क्या पुणे में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, अफोर्डेबल घरों की मांग बढ़ी?

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क्या पुणे में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, अफोर्डेबल घरों की मांग बढ़ी?

सारांश

पुणे में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। क्या इसका मतलब है कि अफोर्डेबल घरों की मांग में भी इजाफा हुआ है? जानिए इस रिपोर्ट में पुणे के प्रॉपर्टी मार्केट की ताजा हलचल।

Key Takeaways

  • पुणे में रजिस्ट्रेशन में १३ प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • अफोर्डेबल घरों में ३० प्रतिशत लेनदेन हुआ है।
  • प्रीमियम आवासों की मांग बढ़ी है।
  • पुणे में २५ लाख रुपए तक की प्रॉपर्टी में १७ प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • कुल बिक्री में १ करोड़ रुपए तक की संपत्तियों की हिस्सेदारी ८४ प्रतिशत हो गई है।

नई दिल्ली, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुणे के प्रॉपर्टी मार्केट में इस साल जनवरी से अगस्त के बीच रजिस्ट्रेशन में १३ प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में है और यह शहर के लिए पिछले चार वर्षों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में सामने आई है।

नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान स्टांप शुल्क संकलन में भी सालाना आधार पर १५ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अगस्त में बिक्री में मामूली गिरावट के बावजूद आवास बाजार में लगातार मांग को दर्शाता है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि अगस्त में शहर में १३,२५३ प्रॉपर्टी ट्रांजेक्शन हुए, जो सालाना आधार पर ३ प्रतिशत कम हैं, जिससे स्टांप शुल्क के रूप में ४८५ करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ।

अगस्त में अफोर्डेबल घरों के सेगमेंट में प्रॉपर्टी लेन-देन सबसे अधिक रहा, जो महीने के दौरान हुए कुल रजिस्ट्रेशन का ३० प्रतिशत था।

इस सेगमेंट में २५ लाख रुपए तक की प्रॉपर्टी शामिल की जाती है।

इस वर्ष २५ लाख रुपए तक की कीमत वाली कुल ३,९७५ इकाइयों का पंजीकरण हुआ, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में सालाना आधार पर १७ प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रीमियम आवासों की मांग में भी वृद्धि हुई है और १ करोड़ रुपए से अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री पिछले वर्ष के १५ प्रतिशत से बढ़कर १६ प्रतिशत हो गई है।

कुल बिक्री में १ करोड़ रुपए तक की कीमत वाली संपत्तियों की अभी भी सबसे अधिक हिस्सेदारी है, हालांकि समीक्षा अवधि में यह ८५ प्रतिशत से घटकर ८४ प्रतिशत रह गई है।

नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि पुणे के प्रॉपर्टी बाजार में पिछले वर्ष की तुलना में पंजीकरण और राजस्व में कमी देखी गई, लेकिन कुल मिलाकर मांग में तेजी बरकरार है।

उन्होंने आगे कहा कि साल-दर-साल बिक्री और राजस्व में देखी गई मजबूती, बदलती बाजार परिस्थितियों के बावजूद, पुणे के आवास बाजार में मांग की गहराई को दर्शाती है।

८०० वर्ग फुट से बड़े अपार्टमेंट की मांग १ प्रतिशत बढ़कर ३३ प्रतिशत हो गई, जबकि ५०० वर्ग फुट से कम आकार वाले छोटे अपार्टमेंट की मांग ५ प्रतिशत बढ़कर २७ प्रतिशत हो गई।

अगस्त में, मध्य पुणे में ६८ प्रतिशत लेनदेन हुए, जो पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ी कम है।

Point of View

कुछ क्षेत्रों में कमी भी देखी जा रही है, लेकिन कुल मिलाकर बाजार की गति सकारात्मक है। यह संकेत है कि उपभोक्ता अभी भी निवेश के अवसरों की तलाश में हैं।
NationPress
25/09/2025

Frequently Asked Questions

पुणे में रजिस्ट्रेशन में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
पुणे में रजिस्ट्रेशन में वृद्धि का मुख्य कारण आवास की मांग में वृद्धि और अफोर्डेबल घरों की श्रेणी में अधिक लेनदेन है।
अगस्त में कितने प्रॉपर्टी ट्रांजेक्शन हुए?
अगस्त में पुणे में १३,२५३ प्रॉपर्टी ट्रांजेक्शन हुए।
क्या प्रीमियम आवासों की मांग बढ़ी है?
जी हां, प्रीमियम आवासों की मांग में वृद्धि हुई है, जो पिछले वर्ष के १५ प्रतिशत से बढ़कर १६ प्रतिशत हो गई है।