क्या संचार साथी पोर्टल का 15.5 करोड़ नागरिकों ने किया इस्तेमाल, फर्जी कॉल की संख्या 97 प्रतिशत कम हुई? : ज्योतिरादित्य सिंधिया

सारांश
Key Takeaways
- संचार साथी पोर्टल का उपयोग 15.5 करोड़ नागरिकों द्वारा हुआ है।
- फर्जी कॉल्स में 97 प्रतिशत की कमी आई है।
- 5.1 लाख मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक किए गए हैं।
- सीईआईआर ने 35 लाख खोए मोबाइल की पहचान की है।
- तेलंगाना पुलिस ने 28,000 खोए मोबाइल पुनः प्राप्त किए हैं।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को बताया कि देशभर में संचार साथी पोर्टल का उपयोग 15.5 करोड़ नागरिकों ने किया है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा किए गए उपायों के चलते फर्जी कॉल्स की संख्या में 97 प्रतिशत की कमी आई है।
मंत्री ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, "पहले प्रतिदिन 1.35 करोड़ फर्जी कॉल्स आते थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटकर प्रतिदिन केवल 3 लाख रह गई है।"
सिंधिया ने जानकारी दी कि अधिकारियों ने धोखाधड़ी की गतिविधियों के संदेह में 5.1 लाख मोबाइल हैंडसेट्स को ब्लॉक कर दिया है और 24.46 लाख व्हाट्सएप अकाउंट्स को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने वाले मैसेजिंग अभियानों को रोकने के लिए 20,000 बल्क एसएमएस भेजने वालों को ब्लैकलिस्ट किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि व्यक्तिगत सीमा से अधिक उपयोग के कारण कुल 1.75 करोड़ फोन नंबर रद्द किए गए हैं, जबकि एआई-पावर्ड एएसटीआर (टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर सत्यापन के लिए एआई और चेहरे की पहचान संचालित समाधान) प्रणाली का उपयोग करके अतिरिक्त 82 लाख मोबाइल कनेक्शन को काट दिया गया है।
केंद्रीय मंत्री के अनुसार, सीईआईआर (सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर) सुविधा ने 35 लाख से अधिक खोए या चोरी हुए मोबाइल उपकरणों को सुरक्षित किया है। इनमें से 21.35 लाख उपकरणों का पता लगाया गया है और 5.07 लाख उपकरणों को सफलतापूर्वक बरामद कर उनके मालिकों को लौटाया गया है।
संचार मंत्रालय की बैठक में शामिल तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो की निदेशक शिखा गोयल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि इस बैठक में संचार मंत्रालय द्वारा मोबाइल खोने या साइबर क्राइम के मामलों में मदद करने के लिए मौजूद सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। तेलंगाना पुलिस ने 2023 में सीईआईआर को अपनाया, जिससे नागरिकों के खोए मोबाइल को खोजने में सहायता मिली। इस प्रक्रिया में 28,000 मोबाइल फोन को रिकवर कर नागरिकों को वापस किया गया है।