क्या सत्य नडेला ने टेक वर्ल्ड में अपनी पहचान बनाई? माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के सफर की कहानी

सारांश
Key Takeaways
- सत्य नडेला का जन्म 15 अगस्त, 1947 को हुआ।
- उन्होंने 1992 में माइक्रोसॉफ्ट में शामिल होने के बाद कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
- उनकी लीडरशीप में माइक्रोसॉफ्ट ने कई महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए।
- वे वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
- उनकी कहानी प्रेरणा देती है कि कैसे दूरदर्शिता के साथ कार्य किया जाए।
नई दिल्ली, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला मंगलवार को 58 वर्ष के हो जाएंगे। तकनीकी दुनिया में उन्हें अपने दूरदर्शी नेतृत्व और डिजिटल भविष्य को आकार देने के लिए पहचाना जाता है, जिसने आज माइक्रोसॉफ्ट को दुनिया की शीर्ष कंपनियों में शामिल किया है।
सत्य नारायण नडेला का जन्म 15 अगस्त, 1947 को भारत के हैदराबाद में हुआ। उन्होंने अपना प्रारंभिक जीवन इसी शहर में बिताया और फिर मैंगलोर यूनिवर्सिटी से 1988 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वे अमेरिका चले गए, जहाँ उन्होंने 1990 में विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर की डिग्री हासिल की।
ब्रिटानिका की रिपोर्ट के अनुसार, नडेला का करियर तब उभरा जब वे सन माइक्रोसिस्टम्स में टेक्नोलॉजी स्टाफ के सदस्य बने।
इसके बाद, 1992 में नडेला माइक्रोसॉफ्ट में शामिल हुए। शुरुआत में उन्होंने विंडो एनटी के विकास में योगदान दिया, जो कंपनी द्वारा बिजनेस यूजर्स को लक्षित करने के लिए बनाया गया था।
माइक्रोसॉफ्ट में काम करते हुए, उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और 1997 में शिकागो यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री प्राप्त की।
माइक्रोसॉफ्ट में नडेला की प्रगति अद्भुत रही। 1999 तक उन्हें माइक्रोसॉफ्ट बीसेंट्रल स्मॉल-बिजनेस सर्विस का वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया। इसके दो साल बाद, उन्हें माइक्रोसॉफ्ट बिजनेस सॉल्यूशंस का कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट बना दिया गया।
2007 में नडेला को माइक्रोसॉफ्ट के ऑनलाइन सर्विसेज डिविजन में रिसर्च और डेवलपमेंट का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया। इसके बाद, 2011 से 2013 तक वे माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर और टूल्स बिजनेस के प्रेसिडेंट रहे, उस समय कंपनी के इस विभाग की वार्षिक आय 19 अरब डॉलर थी।
फिर 4 फरवरी, 2014 को नडेला को कंपनी का सीईओ नियुक्त किया गया। यह पद संभालने वाले वे कंपनी के इतिहास में तीसरे व्यक्ति हैं। इससे पहले केवल बिल गेट्स और स्टीव बालमर ने ही यह पद संभाला था।
नडेला की लीडरशीप में 2014 में माइक्रोसॉफ्ट ने नोकिया के मोबाइल डिविजन, 2016 में लिंक्डइन और 2018 में गिटहब का अधिग्रहण किया।
वर्तमान में, नडेला माइक्रोसॉफ्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ट्रांजिशन का नेतृत्व कर रहे हैं।