क्या कादर खान हर फन में माहिर कलाकार थे, जिन्होंने अपनी बहुमुखी प्रतिभा से बॉलीवुड को नया रंग दिया?

सारांश
Key Takeaways
- कादर खान की बहुमुखी प्रतिभा थी।
- उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया।
- उनकी लेखन प्रतिभा भी अद्वितीय थी।
- उन्हें 2019 में पद्मश्री पुरस्कार मिला।
- उनका सरल स्वभाव सभी के दिलों में बसा।
मुंबई, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड की दुनिया में ऐसे कलाकार बहुत कम हैं जो हर तरह के किरदार को गहराई से निभा सकें। कादर खान उन्हीं में से एक थे, जिन्होंने कॉमेडी और विलेन दोनों भूमिकाओं में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया।
कादर खान ने विलेन के रोल निभाए, गंभीर किरदारों को अदा किया और कॉमेडी में भी बेजोड़ थे। उनके डॉयलॉग्स को आज भी लोग याद करते हैं। इस तरह उनकी हरफनमौला प्रतिभा को फिल्म इंडस्ट्री में बेशुमार प्यार और सम्मान मिला।
कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर 1937 को भारत के एक परिवार में हुआ। उनके परिवार को बचपन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी मां ने हमेशा यह सिखाया कि पढ़ाई ही इंसान को महान बना सकती है। इस सलाह को ध्यान में रखते हुए, कादर खान ने अपनी पढ़ाई पूरी की और इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद, वह मुंबई के एक कॉलेज में प्रोफेसर बने, लेकिन उनका दिल हमेशा अभिनय और नाटक की ओर था।
कादर खान का अभिनय करियर फिल्म 'दाग' (1973) से प्रारंभ हुआ। इस फिल्म में उनकी छोटी भूमिका थी, लेकिन उनके डायलॉग और एक्टिंग ने दर्शकों का ध्यान खींचा। बाद में उन्होंने अपनी लेखन प्रतिभा से भी सभी का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने 300 से भी अधिक फिल्मों में काम किया और 250 से अधिक फिल्मों के डायलॉग लिखे।
उनका अभिनय कई बार विलेन के किरदार में भी बेहतरीन था। फिल्मों जैसे 'मुकद्दर का सिकंदर', 'धरम वीर', और 'खून पसीना' में उन्होंने खलनायक की भूमिका निभाई, जिसे दर्शकों ने सराहा। वहीं, फिल्म 'मुझसे शादी करोगी' में उन्होंने 'दुग्गल साहब' का किरदार निभाकर सबका दिल जीत लिया। उनकी कॉमेडी प्रभावशाली होती थी और उनके डायलॉग्स में हास्य का एक अनोखा अंदाज छिपा होता था।
इसके साथ उनका डायलॉग-राइटिंग स्टाइल ऐसा था जिसमें गंभीरता और हास्य दोनों का संगम होता था। अमिताभ बच्चन के साथ उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, जिनमें उनकी दोनों खूबियां स्पष्ट नजर आईं।
कादर खान को उनके योगदान के लिए कई बार पुरस्कार मिले। 2019 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। वह 9 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड्स के लिए भी नामांकित हुए। उनकी फिल्मों ने बॉलीवुड की यात्रा को और रंगीन बनाया। लेकिन, 31 दिसंबर 2018 को कनाडा में उनका निधन हो गया। उनकी मृत्यु से फिल्म इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों को गहरा दुख हुआ। कादर खान ने न केवल अपनी प्रतिभा से, बल्कि अपने सरल और विनम्र स्वभाव से भी सभी के दिलों में एक खास जगह बनाई।