क्या हर एक्टर की आंखों में होता है यह सपना? फिल्मफेयर नॉमिनेशन पर बोले एक्टर करण आनंद
सारांश
Key Takeaways
- करण आनंद का संघर्ष और सफलता प्रेरणादायक है।
- फिल्मफेयर नॉमिनेशन उनके लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- इंडस्ट्री में बदलाव और कंटेंट की महत्ता पर उनके विचार महत्वपूर्ण हैं।
- उन्हें महानायकों के साथ काम करने का सपना है।
- प्रयागराज से मुंबई तक का सफर चुनौतीपूर्ण रहा।
मुंबई, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। साल 2014 में यशराज फिल्म्स की ‘गुंडे’ से बड़े पर्दे पर कदम रखने वाले प्रयागराज के अभिनेता करण आनंद को फिल्मफेयर ओटीटी अवॉर्ड्स में अपनी वेब फिल्म ‘जाइए आप कहां जाएंगे’ के लिए बेस्ट एक्टर (मेल) श्रेणी में नॉमिनेट किया गया है। न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से एक विशेष बातचीत में, करण ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपने 11 साल के सफर, नेपोटिज्म, स्ट्रगल, और इंडस्ट्री में आए बदलावों पर खुलकर चर्चा की।
फिल्मफेयर ओटीटी नॉमिनेशन पर करण की खुशी स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। अभिनेता ने बताया, “बचपन में मैं टीवी पर फिल्मफेयर देखता था और सोचता था कि कभी नॉमिनेट होऊंगा। एक पुरानी याद साझा करते हुए उन्होंने कहा, 'मुझे पास मिले थे, मुझसे मेरे सीनियर ने पूछा था कि क्या मैं फिल्मफेयर में जाना चाहता हूं? मैंने मना कर दिया था। कहा था जब नॉमिनेट होऊंगा तभी जाऊंगा। आज अभिषेक बच्चन, सैफ अली खान, मनोज बाजपेयी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे दिग्गजों के साथ नॉमिनेट होना बेहद खास है। खास बात यह है कि प्रयागराज से अब तक दो लोग ही फिल्मफेयर में नॉमिनेट हुए हैं, पहले अमिताभ बच्चन और दूसरा मैं।”
साल 2014 से 2025 तक के बदलावों का जिक्र करते हुए करण ने बताया, “जब मैंने डेब्यू किया था, तब सिर्फ सिनेमा और टीवी ही थे। यूट्यूब अपने शुरुआती दौर में था, ओटीटी का तो नाम भी नहीं था। कोविड की लहर ने सब कुछ बदल दिया। लोग घरों में बंद हो गए थे, जिससे ओटीटी और यूट्यूब की ओर रुख किया गया। इसी दौरान साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सितारे जैसे अल्लू अर्जुन, विजय सेतुपति, फहाद फासिल, और महेश बाबू नॉर्थ में और भी लोकप्रिय हो गए। अब नॉर्थ और साउथ का फर्क मिट गया है और कंटेंट ही किंग बन गया है। अब सिनेमा, ओटीटी, टीवी, और सोशल मीडिया सभी मंच हैं।”
प्रयागराज से बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के मुंबई आने के अपने सफर को करण ने कठिन बताया। उन्होंने कहा, “यहां मेरा कोई गॉडफादर नहीं था। महादेव की कृपा, माता-पिता का आशीर्वाद और मेहनत से मैं यहां तक पहुंचा।”
अपनी शुरुआती फिल्मों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “मेरी पहली फिल्म ‘गुंडे’ में रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर के साथ था। इसके बाद सलमान खान के साथ ‘किक’, अक्षय कुमार के साथ ‘बेबी’, और गोविंदा के साथ ‘रंगीला राजा’ में काम किया। अब मेरा ध्यान केवल लीड रोल पर है।”
करण आनंद ने बताया कि वह सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हर उभरते अभिनेता की यही ख्वाहिश होती है। मैं उनके साथ काम करने का इंतजार कर रहा हूं, और इरफान खान के साथ काम करने का भी सपना था, लेकिन दुर्भाग्यवश मौका नहीं मिला। अब मैं विजय सेतुपति, फहाद फासिल, और मोहनलाल जैसे बेहतरीन कलाकारों के साथ काम करना चाहता हूं।”