क्या दिल्ली-मुंबई की हवा को लेकर किरण राव ने चिंता जताई है?
सारांश
Key Takeaways
- किरण राव ने पर्यावरण मुद्दों पर चिंता व्यक्त की।
- दिल्ली और मुंबई की वायु गुणवत्ता में गिरावट।
- 'ह्यूमन इन द लूप' फिल्म नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
- फिल्म फेस्टिवल का महत्व समझाया।
- भारतीय सिनेमा के लिए अधिक सिनेमाघरों की आवश्यकता।
मुंबई, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता किरण राव ने हाल ही में 'ऑल लिविंग थिंग्स एनवायरनमेंटल फिल्म फेस्टिवल' में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए।
किरण ने फेस्टिवल के महत्व को बताते हुए कहा, "यह बेहद शानदार है। मैं तीन-चार साल पहले जूरी का हिस्सा थी और मुझे बहुत अच्छा लगा था, लेकिन इस बार मैं केवल समर्थन देने आई हूं, क्योंकि मेरे लिए यह फेस्टिवल बहुत महत्वपूर्ण है। यहां पर दुनिया भर से पर्यावरण से जुड़ी बेहतरीन फिल्में प्रस्तुत की जाती हैं।"
'ऑल लिविंग थिंग्स एनवायरनमेंटल फिल्म फेस्टिवल' में किरण की फिल्म 'ह्यूमन इन द लूप' प्रदर्शित की गई। उन्होंने कहा, "इस बार मेरी फिल्म 'ह्यूमन इन द लूप' दिखाई जा रही है, जिसका निर्देशन अरन्या सहाय ने किया है। मैं इस फिल्म से कुछ महीने पहले जुड़ी हूं। इसे आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं। यह फिल्म आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभाव पर केंद्रित है।"
किरण ने दिल्ली और मुंबई की वायु गुणवत्ता को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "हम सभी देख रहे हैं कि हर शहर की एयर क्वालिटी खराब होती जा रही है, विशेषकर मुंबई में। मैं सभी संबंधित संस्थाओं से निवेदन करती हूं कि इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान दें।"
उन्होंने आगे कहा, "जब मैं यह सब सुनती हूं, तो मुझे बहुत दुख होता है। हमें केवल वर्तमान के लिए नहीं, बल्कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण से सोचना चाहिए। यदि ऐसा चलता रहा तो यह आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा।"
किरण राव ने भारतीय सिनेमा की स्थिति पर भी विचार किया। उन्होंने कहा, "भारत में और अधिक सिनेमाघरों की आवश्यकता है। हमारे पास केवल 9,000 सिनेमाघर हैं, जबकि हर हफ्ते इतनी फिल्में रिलीज होती हैं। हमें एक ऐसा स्थान बनाना चाहिए, जहां हर प्रकार की फिल्में आसानी से प्रदर्शित की जा सकें।"