क्या निया शर्मा ने हेल्दी चुकंदर चीला रेसिपी साझा की है?

सारांश
Key Takeaways
- चुकंदर का चीला एक स्वस्थ और स्वादिष्ट विकल्प है।
- फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर।
- पाचन और ऊर्जा के लिए लाभकारी।
- निया शर्मा की फिटनेस यात्रा प्रेरणादायक है।
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत।
मुंबई, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। टीवी की प्रसिद्ध अभिनेत्री निया शर्मा केवल अपनी अभिनय कौशल के लिए नहीं, बल्कि अब स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति जागरूकता के लिए भी चर्चा का विषय बन गई हैं। हाल ही में उन्होंने अपने प्रशंसकों के साथ एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह हेल्दी और स्वादिष्ट चुकंदर का चीला बनाते हुए दिखाई दीं।
इस वीडियो में निया ने न केवल रेसिपी साझा की, बल्कि अपनी फिटनेस यात्रा और होम हैक्स के बारे में भी खुलकर बात की।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर साझा किए गए वीडियो में बताया कि चुकंदर का चीला बनाने के लिए सबसे पहले चुकंदर को मैश करना आवश्यक है। इसके बाद इसमें उबला आलू, पालक, थोड़ा-सा सूजी, मसाले (जैसे नमक, लाल मिर्च, धनिया पाउडर) और थोड़ा पानी मिलाकर गाढ़ा बैटर तैयार किया जाता है। इस बैटर को तवे पर डालकर मीडियम आंच पर पकाया जाता है।
निया ने वीडियो में यह भी बताया कि चुकंदर में पानी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए चुकंदर का चीला ज्यादा क्रिस्पी नहीं बनता, लेकिन इसका स्वाद और फायदे अद्भुत होते हैं।
अभिनेत्री ने अपनी बदलती दिनचर्या के बारे में भी खुलकर बताया। उन्होंने कहा, "मैं अब जिम्मेदार हो गई हूं। होम हैक्स अपनाने लगी हूं, स्मूदी पीने लगी हूं और अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखती हूं।"
निया का यह नया अंदाज उनके प्रशंसकों को बहुत भा रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चुकंदर का चीला फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करने, वजन नियंत्रित करने, रक्त संचार बढ़ाने, हीमोग्लोबिन के स्तर को सुधारने और ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह बच्चों के शारीरिक विकास, बड़ों के हृदय स्वास्थ्य और त्वचा व बालों की सेहत के लिए भी लाभकारी है।
अमेरिकी नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, चुकंदर में बेटानिन, नाइट्रेट, पॉलीफेनोल्स, फाइबर, विटामिन सी और ई जैसे कई खास तत्व होते हैं। यह शरीर में मौजूद हानिकारक फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में मदद करता है। इससे कोशिकाओं की रक्षा होती है और बढ़ती उम्र, हृदय रोग, कैंसर और अन्य पुरानी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।