क्या चालू वित्त वर्ष में रबी फसलों के तहत बुआई का कुल क्षेत्रफल 479 लाख हेक्टेयर से अधिक रहा?

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क्या चालू वित्त वर्ष में रबी फसलों के तहत बुआई का कुल क्षेत्रफल 479 लाख हेक्टेयर से अधिक रहा?

सारांश

कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में रबी फसलों के तहत बुआई का क्षेत्रफल 479 लाख हेक्टेयर को पार कर गया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में महत्वपूर्ण वृद्धि है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि और खाद्य मुद्रास्फीति में कमी की संभावना है।

Key Takeaways

  • 479 लाख हेक्टेयर से अधिक बुआई का क्षेत्रफल।
  • पिछले वर्ष के मुकाबले 27.89 लाख हेक्टेयर की वृद्धि।
  • गेहूं, चावल और दलहन की बुआई में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी।
  • किसानों की आय में सुधार की उम्मीद।
  • खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में मदद।

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, 5 दिसंबर तक चालू शीत ऋतु में रबी फसलों के तहत बुआई का कुल क्षेत्रफल 479 लाख हेक्टेयर से अधिक रहा। यह पिछले वर्ष की समान अवधि के 451.12 लाख हेक्टेयर की तुलना में इस वर्ष 27.89 लाख हेक्टेयर अधिक है।

इसके अलावा, आधिकारिक जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2025-26 में 241.4 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, 10.98 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में चावल और 106.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन की खेती की जा चुकी है। जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में गेहूं, चावल और दलहन की खेती का क्षेत्र क्रमशः 217.81 लाख हेक्टेयर, 9.86 लाख हेक्टेयर और 105.78 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया था।

जहां एक ओर श्री अन्ना एवं मोटे अनाज के तहत 5 दिसंबर तक 36.28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कवर किया गया, वहीं, तिलहन के लिए बुआई का क्षेत्र 84.14 लाख हेक्टेयर रहा।

इस वर्ष दलहन में ग्राम की बुआई का क्षेत्र 77.84 लाख हेक्टेयर रहा, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 75.16 लाख हेक्टेयर था। इसी तरह, उड़द दाल की बुआई का क्षेत्र 1.84 लाख हेक्टेयर रहा, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 1.67 लाख हेक्टेयर था।

इस वर्ष श्री अन्ना एवं मोटे अनाज में रागी की बुआई का क्षेत्र 0.64 लाख हेक्टेयर रहा, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 0.46 लाख हेक्टेयर था। छोटे बाजरे की बुआई का क्षेत्र 0.12 लाख हेक्टेयर रहा, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 0.09 लाख हेक्टेयर था। मक्के की बुआई का क्षेत्र 11.41 लाख हेक्टेयर रहा, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 11.05 लाख हेक्टेयर था। जौ की बुआई का क्षेत्र 5.95 लाख हेक्टेयर रहा, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 5.68 लाख हेक्टेयर था।

बुआई के क्षेत्र में वृद्धि से उत्पादन में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और खाद्य मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने में भी मदद मिलेगी।

Point of View

NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

रबी फसलों का बुआई क्षेत्रफल कितना है?
रबी फसलों का बुआई क्षेत्रफल 479 लाख हेक्टेयर से अधिक है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बुआई में कितना अंतर है?
इस वर्ष बुआई में पिछले वर्ष की तुलना में 27.89 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई है।
क्या गेहूं का बुआई क्षेत्र बढ़ा है?
जी हां, गेहूं का बुआई क्षेत्र 241.4 लाख हेक्टेयर रहा है, जो पिछले वर्ष से अधिक है।
बुआई का क्षेत्र बढ़ने से किसानों को क्या लाभ होगा?
बुआई के क्षेत्र में वृद्धि से उत्पादन में सुधार होगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
किसान के लिए यह बुआई का क्षेत्रफल क्यों महत्वपूर्ण है?
यह क्षेत्रफल खाद्य सुरक्षा और किसान की आर्थिक स्थिति के लिए महत्वपूर्ण है।
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