क्या 'सेज' औषधीय गुणों से भरपूर है और सेहत के लिए फायदेमंद?

सारांश
Key Takeaways
- सेज में औषधीय गुणों की भरपूरता है।
- यह कई बीमारियों के उपचार में सहायक हो सकता है।
- सेज में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण हैं।
- गर्भवती महिलाओं को सेज का सेवन करते समय चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
- फाइबर से भरपूर होने के कारण वजन घटाने में मदद कर सकता है।
नई दिल्ली, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। औषधीय गुणों से समृद्ध सेज का वैज्ञानिक नाम 'साल्विया ऑफिसिनैलिस' है। यह लैमिएसी परिवार से संबंधित है, जिसमें पुदीना, अजवाइन, तुलसी और रोजमेरी जैसे हर्ब्स शामिल हैं। यह मुख्यतः मध्य पूर्व और भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में पाया जाता है, लेकिन अब इसे विश्वभर में प्राकृतिक रूप से देखा जा सकता है।
अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, इसका उपयोग कई प्रकार की बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है, जैसे दौरे, अल्सर, गठिया, सूजन, चक्कर आना, कंपन, लकवा, दस्त और हाइपरग्लाइसेमिया (रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक)।
कुछ रिसर्च में यह भी सामने आया है कि सेज कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने या उन्हें नष्ट करने में सहायक हो सकती है। सेज के अर्क में ब्रेस्ट कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने की भी क्षमता है। इसके सूजन कम करने वाले गुण शरीर में विभिन्न सूजन-संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
सेज एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है, जो फ्री रेडिकल्स को नष्ट करता है। यह कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में सहायक होता है। सेज में रोसमारिनिक एसिड होता है, जो पेट के लिए एक एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में कार्य करता है और गैस्ट्रिक स्पाज्म को कम करता है। यह दस्त और गैस्ट्र्रिटिस के जोखिम को भी कम कर सकता है।
सेज में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो दांतों में प्लाक पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद कर सकते हैं और मसूड़ों में सूजन से राहत दिला सकते हैं।
यह पाचन संबंधी समस्याओं जैसे गैस, पेट फूलना, पेट दर्द, दस्त और अपच में सहायक है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सेज का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। कुछ लोगों को इससे एलर्जी या त्वचा की संवेदनशीलता हो सकती है। फाइबर से भरपूर होने के कारण, सेज की पत्तियों का सेवन वजन घटाने में भी मदद कर सकता है।