क्या 'द बंगाल फाइल्स' हमारे समय की महत्वपूर्ण फिल्म है? : अनुपम खेर

सारांश
Key Takeaways
- 'द बंगाल फाइल्स' एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक फिल्म है।
- इस फिल्म का विषय हिंदू नरसंहार और भारत का विभाजन है।
- फिल्म का ट्रेलर कोलकाता में रिलीज नहीं हो सका।
- पॉलिटिकल प्रेशर की वजह से कई थिएटर मालिक फिल्म नहीं दिखाने को मजबूर हैं।
- यह फिल्म विवेक अग्निहोत्री की 'फाइल्स ट्रिलॉजी' का अंतिम भाग है।
मुंबई, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' अब सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो चुकी है। अभिनेता अनुपम खेर ने फिल्म की टीम को बधाई देते हुए दर्शकों से अनुरोध किया है कि वे इसे ज़रूर देखें।
अभिनेता ने इंस्टाग्राम पर फिल्म की कास्ट और क्रू के साथ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "निर्देशक विवेक अग्निहोत्री, अभिनेत्री-निर्माता पल्लवी जोशी, अभिषेक अग्रवाल और 'द बंगाल फाइल्स' की पूरी टीम को फिल्म की रिलीज पर दिल से बधाई और शुभकामनाएं। यह हमारे समय की एक महत्वपूर्ण फिल्म है। कृपया सिनेमाघरों में जाकर इसे ज़रूर देखें।"
फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' का ट्रेलर कोलकाता में रिलीज होना था, लेकिन प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी। इसके चलते फिल्म के निर्माता विवेक रंजन अग्निहोत्री को पुलिस के साथ बहस भी करनी पड़ी।
फिल्म की रिलीज से पहले पल्लवी जोशी ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक खुला पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल में फिल्म को शांति से प्रदर्शित करने की अनुमति मांगी थी।
पत्र में उन्होंने लिखा कि 'द बंगाल फाइल्स' एक अत्यंत महत्वपूर्ण फिल्म है, जो भारत के इतिहास के एक दुखद हिस्से, हिंदू नरसंहार और भारत के विभाजन की त्रासदियों को दर्शाती है। यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि सच्चाई की आवाज है, जिसे जनता तक पहुंचाना आवश्यक है।
उन्होंने आगे बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने पहले इस फिल्म का विरोध किया था, और तब से इस पर राजनीतिक दबाव बढ़ गया है। कई पुलिस एफआईआर दर्ज हो गई हैं, ट्रेलर को भी ब्लॉक कर दिया गया है, और सबसे गंभीर बात यह है कि थिएटर मालिक फिल्म को दिखाने में डर रहे हैं क्योंकि उन्हें राजनीतिक पार्टी के लोगों से धमकियां मिल रही हैं। इस वजह से फिल्म की रिलीज को रोकने की कोशिशें की जा रही हैं।
फिल्म 16 अगस्त 1946 को कोलकाता में हुए 'डायरेक्ट एक्शन डे' की पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह फिल्म विवेक अग्निहोत्री की 'फाइल्स ट्रिलॉजी' का तीसरा और अंतिम भाग है, जिसमें पहले 'द ताशकंद फाइल्स' और 'द कश्मीर फाइल्स' शामिल हैं।