क्या कपूर कचरी बालों के झड़ने की समस्या से राहत दिला सकती है?
सारांश
Key Takeaways
- कपूर कचरी बालों के लिए एक प्राकृतिक औषधि है।
- यह बालों के झड़ने और सफेद होने की समस्या को कम करती है।
- सिर्फ 20 मिनट का उपयोग आपके बालों को मजबूती दे सकता है।
- इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो स्कैल्प के स्वास्थ्य को सुधारते हैं।
- कपूर कचरी का प्रयोग अन्य सामग्रियों के साथ किया जा सकता है।
नई दिल्ली, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। खराब जीवनशैली का सबसे अधिक प्रभाव बालों पर देखने को मिलता है। आजकल कम उम्र में ही बालों का झड़ना, गंजेपन और सफेद होने की समस्या आम हो गई है, लेकिन आयुर्वेद में एक विशेष औषधि मौजूद है, जिसके सेवन से इन समस्याओं को रोका जा सकता है।
कपूर कचरी अपने गुणों के कारण बालों के लिए एक प्रकार की औषधि के रूप में कार्य करती है और बालों से जुड़ी लगभग सभी समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करती है।
कपूर कचरी का वैज्ञानिक नाम हेडिचियम स्पाइकेटियम है और इसे आयुर्वेद में बालों और त्वचा के लिए अत्यंत लाभदायक माना गया है। यह आमतौर पर हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है और सदियों से इसका उपयोग बालों को मजबूत बनाने के लिए किया जा रहा है।
कपूर कचरी में एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो बालों की वृद्धि में सहायता करते हैं। केवल बालों के लिए ही नहीं, इसका प्रयोग त्वचा के संक्रमण के इलाज में भी किया जाता है। इसकी खूशबू भी अत्यंत मनमोहक होती है।
यदि आपके बाल अत्यधिक गिर रहे हैं, या उनमें रूसी की समस्या है, तो आप बाजार से साबुत कपूर कचरी या इसका पाउडर खरीद सकते हैं। साबुत कपूर कचरी को सुखाकर उसका पाउडर बना सकते हैं। सबसे पहले, इसे पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें और बालों के जड़ों में हल्की मसाज करें।
इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर धो लें। इससे बालों की जड़ें मजबूत होंगी और बालों में सूखापन नहीं आएगा। पानी के अलावा, इसे एलोवेरा, शहद या ग्लिसरीन के साथ भी प्रयोग किया जा सकता है।
कपूर कचरी में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण स्कैल्प पर बैक्टीरिया को खत्म करते हैं और रक्त संचार को बढ़ाते हैं। रक्त संचार के बढ़ने से बालों की वृद्धि में सुधार होता है और छोटे बालों को भी मजबूती मिलती है।
यदि आपके बाल दोमुंहे या बहुत रुखे हैं, तो कपूर कचरी के पाउडर को नारियल के दूध के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं। इससे बालों को नमी और पोषण दोनों मिलेगा। इस पेस्ट को 20 मिनट तक रखें और फिर शैम्पू से धो लें। ध्यान रखें कि बालों पर किसी प्रकार का रंग न हो।