क्या भोजन के बाद सुस्ती से परेशान हैं? ये बदलाव तुरंत दिखाएंगे असर

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क्या भोजन के बाद सुस्ती से परेशान हैं? ये बदलाव तुरंत दिखाएंगे असर

सारांश

क्या आपको खाना खाने के तुरंत बाद नींद आने की समस्या होती है? यह एक संकेत है कि आपकी पाचन शक्ति कमजोर हो सकती है। जानें, कैसे आप सरल उपायों से इस समस्या को सुधार सकते हैं और अपनी ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं।

Key Takeaways

  • भोजन के बाद नींद आना पाचन शक्ति का संकेत है।
  • आयुर्वेद के अनुसार, अग्नि को मजबूत रखना महत्वपूर्ण है।
  • खाने की आदतें सुस्ती बढ़ा सकती हैं।
  • गर्म और ताजा भोजन का सेवन करें।
  • हल्की सैर से पाचन में सुधार होता है।

नई दिल्ली, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कई व्यक्तियों को भोजन के तुरंत बाद नींद आने की समस्या होती है। इसे अक्सर आलस्य समझा जाता है, परंतु यह वास्तव में शरीर का एक महत्वपूर्ण संकेत है। आयुर्वेद के अनुसार, यह मंद अग्नि या कमजोर पाचन शक्ति का संकेत है। जब अग्नि कमजोर होती है, तो शरीर को भोजन पचाने में अधिक प्रयास करना पड़ता है। पाचन में ऊर्जा लगने लगती है, जिससे दिमाग तक ऊर्जा का प्रवाह कम होता है और हमें नींद जैसा अनुभव होता है।

आयुर्वेद का कहना है कि अग्नि ही शरीर की असली ऊर्जा है। अगर यह कमजोर हो जाए, तो अधपचा भोजन बनता है, जिससे भारीपन, सुस्ती और धीमापन महसूस होता है। ठंडा, बासी या बहुत भारी खाना अग्नि को और कमजोर कर देता है, जबकि गर्म, हल्का और ताजा भोजन इसे मजबूत करने में मदद करता है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, भोजन के बाद शरीर का ब्लड फ्लो पेट की ओर बढ़ जाता है ताकि पाचन में मदद मिल सके। इसी दौरान, दिमाग को रक्त और ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे शरीर रिलैक्स मोड में आ जाता है और नींद जैसा अहसास होता है। भोजन के बाद इंसुलिन और अन्य पाचन हार्मोन भी बढ़ते हैं, जिनके गिरने पर शरीर में हल्की सुस्ती आ जाती है। विशेष रूप से, अगर आपने भारी भोजन किया हो, तो यह असर और अधिक महसूस होता है।

खाने की आदतें भी इस समस्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जल्दी-जल्दी खाना, कम चबाना, भूख न होने पर खाना या अधिक खाना, ये सभी आदतें सुस्ती को बढ़ाती हैं। आयुर्वेद में बताया गया है कि 70 प्रतिशत पेट भरने का नियम अपनाना चाहिए। प्लेट जितनी भरी होगी, नींद उतनी अधिक आएगी। ठंडा पानी भी पाचन को धीमा कर देता है और इससे सुस्ती बढ़ती है।

कफ दोष के असंतुलन के कारण भारीपन और नींद बढ़ सकती है। मीठा खाने से इंसुलिन तेजी से बढ़ता है और फिर अचानक गिरता है, जिससे पलकें भारी होने लगती हैं। गलत खाद्य संयोजन, जैसे दही के साथ तला हुआ खाना या दूध के साथ खट्टा भोजन, शरीर में टॉक्सिन बढ़ाते हैं और पाचन को कमजोर करते हैं।

इस समस्या से बचने के लिए कुछ सरल उपाय हैं। हमेशा गर्म और ताजा भोजन का सेवन करें, धीरे-धीरे खाएं और अच्छी तरह च chew करें, खाने से पहले गुनगुना पानी लें, स्क्रीन देखते समय न खाएं और खाने के बाद 5 मिनट की हल्की सैर करें।

Point of View

बल्कि यह हमारे दैनिक जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। उचित खान-पान और सही आदतें अपनाकर हम अपनी पाचन शक्ति को बेहतर बना सकते हैं। यह जानकारी हर व्यक्ति के लिए उपयोगी है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहते हैं।
NationPress
07/12/2025

Frequently Asked Questions

भोजन के बाद नींद आने का कारण क्या है?
यह आमतौर पर कमजोर पाचन शक्ति के कारण होता है। जब पाचन कमजोर होता है, तो दिमाग को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती।
क्या हमें ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए?
हाँ, ठंडा पानी पाचन को धीमा कर सकता है।
खाने के बाद सैर करने का क्या लाभ है?
हल्की सैर से पाचन में मदद मिलती है और सुस्ती कम होती है।
क्या भोजन के संयोजन का असर होता है?
जी हाँ, गलत खाद्य संयोजन से शरीर में टॉक्सिन बढ़ सकते हैं।
भोजन का सही समय क्या है?
भोजन को हमेशा ताजा और गर्म खाना चाहिए।
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