क्या बिहार में स्वास्थ्य जागरूकता पर काम हो रहा है? मंगल पांडेय

सारांश
Key Takeaways
- स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए मेला आयोजित किया गया है।
- स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी और परीक्षण मुफ्त में उपलब्ध हैं।
- टीकाकरण विशेष रूप से एचपीवी का किया जा रहा है।
- बड़ी संख्या में लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।
- यह मेला 11 और 12 जुलाई तक जारी रहेगा।
पटना, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना स्थित ज्ञान भवन में शुक्रवार को 'आरोग्य पर्व स्वास्थ्य मेले 2025' का आयोजन हुआ। इस मेले में स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने का कार्य चल रहा है।
मंत्री मंगल पांडेय ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "यह पहला अवसर है जब बिहार में वृहद स्तर पर स्वास्थ्य मेला आयोजित किया गया है। आयुष पर्व के अवसर पर आयोजित इस मेले में स्वास्थ्य क्षेत्र की विभिन्न विधाओं और विभागों का काम प्रदर्शित किया गया है। इस आयोजन में स्वास्थ्य मुद्दों पर चर्चा और स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य चल रहा है। विशेष रूप से एचपीवी टीकाकरण का आयोजन हो रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "जिन बच्चियों को हमने सर्टिफिकेट प्रदान किए, उनके अलावा कैंसर की विभिन्न प्रकार की जांचें, अल्ट्रासाउंड, और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे हैं और उनके मनोरंजन का भी ध्यान रखा गया है। यह मेला 11 और 12 जुलाई तक चलेगा, जिससे लोगों को बहुत लाभ होगा।"
पटना के ज्ञान भवन में 'आरोग्य पर्व स्वास्थ्य मेला 2025' का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया। इस मेले में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। ओपीडी से लेकर सभी जांच सेवाएं लोगों को मुफ्त में प्रदान की जा रही हैं, जिसका लाभ यहाँ उपस्थित लोगों को मिल रहा है।
कार्यक्रम के दौरान की तस्वीरें साझा करते हुए मंगल पांडेय ने लिखा, "स्वास्थ्य विभाग द्वारा ज्ञान भवन एवं बापू सभागार, पटना में आयोजित कार्यक्रम 'आरोग्य पर्व - स्वास्थ्य मेला 2025' का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, संजीव चौरसिया, देवेश कांत सिंह, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, सचिव लोकेश कुमार सिंह, कार्यकारी निदेशक सुहर्ष भगत, एम.डी. बीएमएसआईसीएल निलेश देवरे, वैभव चौधरी, अनिमेष पराशर, डॉ. अनुपमा, एवं बिहार राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सीईओ शशांक शेखर सिन्हा के साथ किया गया।"