क्या चिया बीज डायबिटीज और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने में मददगार हैं?

सारांश
Key Takeaways
- चिया बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं।
- यह डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक।
- कैंसर से लड़ने में मददगार एंटीऑक्सीडेंट्स।
- दिल की सेहत के लिए उपयोगी।
नई दिल्ली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई लोग शारीरिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, चाहे वह हृदय संबंधी हो, डायबिटीज हो या फिर पाचन संबंधी दिक्कतें। खानपान की खराब आदतें, फास्ट फूड का बढ़ता चलन और जीवनशैली की लापरवाही ने हमें धीरे-धीरे शारीरिक समस्याओं की ओर धकेल दिया है।
इस स्थिति में, एक छोटा सा बीज, जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, हमारे लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो सकता है। इसका नाम चिया बीज है।
अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, चिया बीज का वानस्पतिक नाम साल्विया हिस्पानिका है। ये बीज छोटे होते हैं, लेकिन इनमें पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। इनमें फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी खासी मात्रा में होते हैं।
दिल की सेहत के लिए चिया बीज का सेवन विशेष रूप से लाभदायक होता है। इसमें उपस्थित ओमेगा-3 फैटी एसिड्स खून में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है और दिल की धड़कन भी सामान्य बनी रहती है। यह उन लोगों के लिए अत्यावश्यक है, जो हाई ब्लड प्रेशर या हृदय रोग की दवाएं ले रहे हैं। इसके साथ ही, यह ब्लड क्लॉटिंग को रोकता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे खतरों को कम किया जा सकता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए चिया बीज किसी वरदान से कम नहीं हैं। इनमें मौजूद फाइबर शरीर में शुगर के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल स्थिर बना रहता है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा घटाया जा सकता है।
पाचन तंत्र की समस्याएं, जैसे कब्ज, गैस और अपच, भी आजकल आम होती जा रही हैं। चिया बीज इसमें भी अत्यधिक सहायक हैं। जब इन बीजों को पानी में भिगोया जाता है, तो ये जेल जैसा रूप ले लेते हैं। यह जेल आंतों की सफाई करता है, जिससे कब्ज की परेशानी दूर होती है और पाचन क्रिया बेहतर बनती है।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की बात करें तो चिया बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। ये फ्री रेडिकल्स ही कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। खासतौर पर इनमें पाए जाने वाले क्वेरसेटिन, क्लोरोजेनिक एसिड और केम्पफेरोल जैसे तत्व शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और सूजन को कम करते हैं।
कुछ अध्ययन में यह भी देखा गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड्स ट्यूमर की ग्रोथ को धीमा कर सकते हैं और कैंसर से पीड़ित मरीजों में वजन घटने की समस्या को भी कम कर सकते हैं।
चिया बीज को दही, दूध, जूस या पानी में भिगोकर खाया जा सकता है। इसे सलाद या ओट्स में भी मिलाया जा सकता है। ध्यान रहे कि सूखे चिया बीजों को ज्यादा मात्रा में एक साथ न खाएं, क्योंकि ये पेट में जाकर फूल जाते हैं।