क्या नटराजासन से वजन घटाने और मांसपेशियों को मजबूत करना संभव है?
सारांश
Key Takeaways
- नटराजासन मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है।
- यह वजन घटाने में सहायक है।
- इससे मानसिक शांति मिलती है।
- नियमित अभ्यास से संतुलन और लचीलापन बढ़ता है।
- कुछ स्वास्थ्य समस्याओं वाले व्यक्तियों को सावधानी बरतनी चाहिए।
नई दिल्ली, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मांसपेशियों का शरीर की हर गतिविधियों में महत्वपूर्ण योगदान होता है। ये संतुलन और शारीरिक कार्यों के लिए भी अत्यंत आवश्यक हैं। इसलिए, मांसपेशियों को स्वस्थ बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
योग की पद्धति में कई ऐसे आसन मौजूद हैं, जिनका नियमित अभ्यास करके न केवल मांसपेशियों को मजबूत किया जा सकता है, बल्कि शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ भी रखा जा सकता है। इन्हीं में से एक प्रसिद्ध योगासन है नटराजासन, जिसके बारे में मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा ने जानकारी प्रदान की है।
संस्कृत में 'नट' का अर्थ है नर्तक और 'राजा' का अर्थ है राजा। योग इंस्टीट्यूट के अनुसार, नटराजासन योग के सबसे बेहतरीन और प्रभावी आसनों में से एक है। यह आसन “'नृत्य के राजा' भगवान शिव के नटराज रूप से प्रेरित है, जिसमें एक पैर पर संतुलन बनाकर पूरा शरीर नृत्य की मुद्रा में आ जाता है। नियमित अभ्यास से यह आसन शरीर में संतुलन, लचीलापन और एकाग्रता लाता है, साथ ही कूल्हों, जांघों, टखनों, कंधों और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है।
यह आसन संपूर्ण शरीर के लिए जितना फायदेमंद है, इसका अभ्यास उतना ही सरल है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा नटराजासन का अभ्यास कैसे करें, इसकी सही जानकारी भी देता है।
उनके अनुसार, इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। अपना पूरा भार बाएं पैर पर डालकर संतुलन बनाए रखें। अब दाएं पैर को घुटने से मोड़कर पीछे की ओर उठाएं। दोनों हाथों को ऊपर ले जाकर पीछे से दाएं पैर या टखने को मजबूती से पकड़ें। नजरें सामने किसी एक बिंदु पर स्थिर रखें और सांस लेते रहें। इसके पश्चात धीरे-धीरे इसी प्रक्रिया को बाएं पैर से दोहराएं और वापस स्थिति में आ जाएं।
योग विशेषज्ञ बताते हैं कि रोजाना नटराजासन के कुछ मिनटों के अभ्यास से शरीर में लचीलापन और मानसिक शांति का अनुभव होने लगता है। यह आसन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि तनाव को दूर करने और मन को स्थिर करने के लिए भी उत्कृष्ट माना जाता है। हालांकि, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि गर्भवती महिलाओं, कमर-घुटने में गंभीर दर्दहाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को एहतियात बरतनी चाहिए।