क्या योग से सेहतमंद जीवन की ओर बढ़ा जा सकता है? जानें वक्रासन के फायदे और करने का तरीका
सारांश
Key Takeaways
- वक्रासन से पाचन में सुधार होता है।
- यह रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बढ़ाता है।
- यह मानसिक तनाव को कम करता है।
- हर दिन योग करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- सही तरीके से आसन करने पर ऊर्जा का संचार होता है।
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आजकल की व्यस्त जीवनशैली में तनाव और बीमारियों का होना सामान्य हो गया है। इसके साथ ही मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन चुकी है। ऐसे में योगासन एक प्रभावी समाधान है। योग न केवल शरीर को मजबूत बनाता है, बल्कि मन को शांति और बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी देता है।
योग के अनेक आसन हैं, जिनमें 'वक्रासन' बहुत सरल और प्रभावी है, जिसे सभी आयु वर्ग के लोग कर सकते हैं।
आयुष मंत्रालय ने 'वक्रासन' के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की है, जिसमें बताया गया है कि 'वक्र' का अर्थ घुमाव होता है। इस आसन में रीढ़ की हड्डी को घुमाया जाता है, जिससे शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है। यह मेरुदंड में लचीलापन बढ़ाता है और साथ ही मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करता है। मंत्रालय का कहना है कि हर दिन योग को अपनाएं और स्वस्थ जीवन का संकल्प लें।
'वक्रासन', जिसे 'ट्विस्टेड पोज' या 'हाफ स्पाइनल ट्विस्ट' भी कहा जाता है, एक ऐसा आसन है जिसमें रीढ़ को लचीला किया जाता है। यह पाचन, रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन और पेट की चर्बी को कम करने में सहायक है।
'वक्रासन' करने से पैंक्रियास सक्रिय रहता है और इंसुलिन हार्मोन बनाता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, यह मन को शांत करता है, दिनभर की थकान को दूर करता है और मानसिक तनाव को कम करता है।
'वक्रासन' करने के लिए दंडासन में सीधे बैठें। फिर, बाएं पैर को मोड़कर दाएं घुटने के पास रखें और दाएं हाथ को घुमाकर बाएं पैर के पास ले जाएं और बाएं हाथ को पीछे जमीन पर टिकाएं। फिर कमर, कंधे और गर्दन को धीरे-धीरे बाईं ओर मोड़ें और रीढ़ को सीधा रखें। सामान्य रूप से सांस लें और 30 सेकंड तक इसी स्थिति में रहें। फिर दूसरी तरफ भी यही प्रक्रिया दोहराएं और रोजाना 5-10 मिनट तक इसका अभ्यास करें।
आयुष मंत्रालय की सलाह है कि पीठ दर्द, हाल की सर्जरी, रीढ़ की गंभीर समस्या या मासिक धर्म के दौरान यह आसन न करें। डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। योग अपनाकर हम स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।