क्या विदेश सचिव सिबी जॉर्ज चौथे ईयू इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम में शामिल हुए?

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क्या विदेश सचिव सिबी जॉर्ज चौथे ईयू इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम में शामिल हुए?

सारांश

भारत के विदेश सचिव सिबी जॉर्ज ने ब्रुसेल्स में चौथे यूरोपीय संघ इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम के उद्घाटन सत्र में भाग लिया। इस महत्वपूर्ण फोरम में विभिन्न देशों के नेताओं के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया गया। जानें इस फोरम का महत्व और चर्चा के विषय।

Key Takeaways

  • ईयू इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम का आयोजन ब्रुसेल्स में हुआ।
  • सिबी जॉर्ज ने विभिन्न देशों के नेताओं से विचारों का आदान-प्रदान किया।
  • फोरम का उद्देश्य नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देना है।
  • यह फोरम ईयू और इंडो-पैसिफिक देशों के बीच सहयोग को मजबूत करता है।
  • संबंधों को और गहरा करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण मंच है।

ब्रुसेल्स, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज ने ब्रुसेल्स में चौथे यूरोपीय संघ इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम के उद्घाटन सत्र में भाग लिया।

कार्यक्रम के दौरान, विदेश मंत्रालय पश्चिम के सचिव सिबी जॉर्ज ने अन्य देशों के कई नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। इनमें यूरोपीय यूनियन के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि काजा कैलास और साइप्रस, मालदीव, सोमालिया और तुवालु के विदेश मंत्री भी शामिल थे।

भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सेक्रेटरी (वेस्ट) सिबी जॉर्ज ने आज ब्रसेल्स में चौथे ईयू इंडो पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम की पहली बैठक में हिस्सा लिया। ईयू के एचआरवीपी काजा कैलास और साइप्रस, मालदीव, सोमालिया और तुवालु के विदेश मंत्रियों के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया।”

चौथे यूरोपीय संघ इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम का आयोजन ब्रूसेल्स में 20-21 नवंबर को हो रहा है। इसकी मेज़बानी यूरोपीय संघ कर रहा है। यह फोरम ईयू, उसके सदस्य देशों और अफ्रीका के पूर्वी तट से लेकर पैसिफिक द्वीपों तक के साझेदारों को एकजुट करता है।

चौथे इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम में, ईयू और इंडो-पैसिफिक पार्टनर्स नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, मुक्त व्यापार और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के समर्थन में एक मजबूत और सुरक्षित भविष्य की दिशा में चर्चा करेंगे।

2021 में ईयू इंडो-पैसिफिक रणनीति के आरंभ के बाद से, ईयू इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम ईयू और इंडो-पैसिफिक देशों के बीच गहरे संबंधों, मजबूत साझेदारी और सहयोग के लिए आवश्यक एक मजबूत मंच है। जॉर्ज ने ब्रसेल्स में ईयू हेडक्वार्टर में यूरोपियन एक्सटर्नल एक्शन सर्विस (ईईएएस) के सचिव-जनरल बेलेन मार्टिनेज कार्बोनेल से भी मुलाकात की।

Point of View

यह स्पष्ट है कि ईयू इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम में भागीदारी भारत की विदेश नीति के लिए महत्वपूर्ण है। यह फोरम न केवल भारत के लिए बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के सभी देशों के लिए सहयोग और संवाद का एक महत्वपूर्ण मंच है।
NationPress
21/11/2025

Frequently Asked Questions

चौथे ईयू इंडो-पैसिफिक मिनिस्टीरियल फोरम का उद्देश्य क्या है?
इस फोरम का उद्देश्य ईयू और इंडो-पैसिफिक देशों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देना है।
सिबी जॉर्ज ने किन देशों के नेताओं से मुलाकात की?
सिबी जॉर्ज ने यूरोपीय यूनियन के उच्च प्रतिनिधि और साइप्रस, मालदीव, सोमालिया, और तुवालु के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की।
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