क्या गाजा पट्टी में लंबे समय तक चलने वाला युद्धविराम संभव है? : चीनी प्रतिनिधि
सारांश
Key Takeaways
- गाजा में युद्धविराम की आवश्यकता है।
- चीन ने पहले चरण के समझौते का स्वागत किया है।
- हिंसक संघर्ष से आम लोग प्रभावित हो रहे हैं।
- इजरायल को युद्धविराम का पालन करना चाहिए।
- मानवीय पहुंच में रुकावटें हैं।
बीजिंग, 25 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू थ्सोंग ने 24 नवंबर को सुरक्षा परिषद की इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर खुली बैठक में बात की और इस बात पर जोर दिया कि गाजा पट्टी में लंबे समय तक चलने वाला युद्धविराम हासिल करना प्राथमिकता है।
फू थ्सोंग ने कहा कि चीन गाजा युद्धविराम पर पहले चरण के समझौते का स्वागत करता है। हालांकि, इजरायल-फिलिस्तीन शांति अभी दूर है और आम लोगों की तकलीफें जारी हैं। गाजा में लंबे समय तक चलने वाला युद्धविराम हासिल करना प्राथमिकता है। चीन इस बात पर चिंता जताता है कि गाजा में हिंसक संघर्ष जारी है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इजरायल ने 400 से ज्यादा बार युद्धविराम समझौते का उल्लंघन किया है, जिसके कारण गाजा के 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
युद्धविराम का मतलब है सभी हमलों का खत्म होना और संघर्ष में शामिल पार्टियों को इसे अच्छी नीयत से मानना चाहिए। चीन सभी संबंधित पक्षों, खासकर इजरायल से अपील करता है कि वे युद्धविराम समझौते की जरूरतों का पूरी तरह पालन करें और एक असली, व्यापक और लंबे समय तक चलने वाले युद्धविराम को बढ़ावा दें।
फू थ्सोंग ने कहा कि गाजा में मानवीय स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है, और मानवीय पहुंच में अभी भी कई रुकावटें हैं। चीन इजरायल से अपील करता है कि वह अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से पूरा करे, सभी बॉर्डर क्रॉसिंग खोले, मानवीय पहुंच पर लगी रोक हटाए और यह सुनिश्चित करे कि निकट पूर्व में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी जैसी मानवीय एजेंसियां मदद कर सकें।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)