क्या कराची में 50 घंटे की बिजली कटौती के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं?

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क्या कराची में 50 घंटे की बिजली कटौती के खिलाफ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं?

सारांश

कराची में हाल की बारिश के बाद बिजली की 50 घंटे की कटौती ने लोगों को विरोध करने पर मजबूर कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने के-इलेक्ट्रिक कार्यालय के बाहर धरना दिया और बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की। क्या सरकार इस पर ध्यान देगी?

Key Takeaways

  • कराची में 50 घंटे की बिजली कटौती का संकट।
  • प्रदर्शनकारियों ने के-इलेक्ट्रिक कार्यालय के बाहर धरना दिया।
  • बारिश के कारण पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई।
  • स्थानीय प्रशासन की अक्षमता पर सवाल।
  • राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट।

कराची, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान के कराची में हाल की भारी बारिश के बाद कई क्षेत्र 50 घंटे से अधिक समय तक बिजली से वंचित रहे, जिस पर लोगों ने विभिन्न स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन किया। स्थानीय समाचार माध्यमों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।

अमीराबाद, बुस्तान सोसायटी, यूनिवर्सिटी रोड, टीपू सुल्तान रोड, मोइनाबाद और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों ने बताया कि मंगलवार को दोपहर करीब 2:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) बिजली कट गई। जिस दिन से शहर में भारी बारिश हुई थी, तब से बिजली की आपूर्ति अभी तक नहीं लौट पाई है। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार, पानी की आपूर्ति बंद होने से उनकी समस्याएं और बढ़ गईं।

बिजली कटौती से परेशान लोगों ने के-इलेक्ट्रिक कार्यालय के बाहर धरना दिया और बार-बार की गई शिकायतों पर ध्यान न देने के लिए बिजली कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मालिर में मेहरान डिपो मार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे पीपुल्स बस सेवा ठप हो गई, जबकि लियाकत मार्केट की सड़कों को भी बंद कर दिया गया, जिससे मॉडल कॉलोनी, जिन्ना एवेन्यू और आसपास की सड़कों पर भीषण जाम लग गया।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर बिजली की आपूर्ति तुरंत बहाल नहीं की गई तो वे शहर के अन्य हिस्सों में भी प्रदर्शन करेंगे।

पाकिस्तान स्थित जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान के कारण गुरुवार शाम कराची के कई हिस्सों में बारिश हुई।

पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के अनुसार, कराची के कई इलाकों में बारिश हुई, जिनमें गुलशन-ए-इकबाल, गुलशन-ए-मयमार, डालमिया रोड, ड्रिघ रोड, गुलिस्तान-ए-जौहर, एमए जिन्ना रोड, ओरंगी टाउन, हॉक्सबे और मुबारक गांव शामिल हैं।

कराची में पिछले दो दिनों में मूसलाधार बारिश के बीच कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। शहर में ये मौतें डूबने, सड़क दुर्घटनाओं और बिजली का झटका लगने से हुईं।

मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि शहर के ऊपर एक बारिश लाने वाला मौसमी सिस्टम सक्रिय है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि देर रात तक इस सिस्टम के कमजोर होने की उम्मीद है और 27 अगस्त से एक और मानसून सिस्टम सिंध में प्रवेश कर सकता है।

प्रवक्ता ने आगे कहा कि 27 अगस्त को सिंध में मानसून सिस्टम के नए दौर के प्रवेश की उम्मीद है, जिससे कराची और सिंध के अन्य इलाकों में 30 अगस्त तक बारिश होगी।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, जून के अंत में मानसून सीज़न शुरू होने के बाद से पाकिस्तान में बारिश से संबंधित 700 से ज़्यादा मौतें हुई हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि कराची में बिजली संकट ने न केवल सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन की अक्षमता को भी उजागर करता है। लोगों का विरोध उनकी निराशा और ठोस कार्रवाई की आवश्यकता को दर्शाता है। हमें इस मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

कराची में बिजली कटौती का कारण क्या है?
कराची में हाल की बारिश और उत्तरी अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान के कारण बिजली सप्लाई बाधित हुई है।
क्या प्रदर्शनकारियों ने कोई चेतावनी दी है?
हां, प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर बिजली आपूर्ति तुरंत बहाल नहीं की गई, तो वे और भी प्रदर्शन करेंगे।