क्या कुछ विशेष दिनों में आत्महत्या की प्रवृत्ति में वृद्धि होती है? : अध्ययन

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क्या कुछ विशेष दिनों में आत्महत्या की प्रवृत्ति में वृद्धि होती है? : अध्ययन

सारांश

हाल की एक अध्ययन से यह पता चला है कि मौसमी एलर्जी के बढ़ते स्तर से अमेरिका में आत्महत्या की प्रवृत्ति में चिंताजनक वृद्धि हो रही है। इस विषय पर जानें कि किस प्रकार उच्च पॉलिन स्तर मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालता है।

Key Takeaways

  • सीजनल एलर्जी का बढ़ता स्तर आत्महत्या के जोखिम को बढ़ाता है।
  • उच्च पॉलिन वाले दिनों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।
  • अमेरिका में आत्महत्या की दर में चिंताजनक वृद्धि हो रही है।
  • नींद की कमी और ध्यान में कमी जैसे लक्षण आत्महत्या के मुख्य रिस्क फैक्टर हैं।
  • समाज में इस विषय पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।

वाशिंगटन, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका में आत्महत्या की प्रवृत्ति में वृद्धि के संबंध में एक रिसर्च की गई। हाल ही में इस अध्ययन के परिणाम सामने आए हैं, जिसमें पता चला कि सीजनल एलर्जी के कारण आत्महत्या का खतरा बढ़ सकता है।

यूएस के सीडीसी (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) के अनुसार, लगभग 81 मिलियन अमेरिकी - यानी लगभग चार में से एक वयस्क और पांच में से एक बच्चा - हर साल मौसमी एलर्जी से जूझते हैं। इसे और बेहतर तरीके से समझने के लिए, वेन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 2006 से 2018 तक 34 अमेरिकी मेट्रो स्थलों से रोजाना परागकण इकट्ठा कर आत्महत्या संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण किया।

उन्होंने अध्ययन में एक चौंकाने वाला तथ्य उजागर किया। पॉलिन के बढ़ते स्तर के साथ ही आत्महत्या की दर भी बढ़ती पाई गई।

जब परागकण कम या न के बराबर थे और उनकी तुलना में मध्यम मात्रा (एकत्रित किए गए पॉलिन) वाले दिनों में आत्महत्या की दर 5.5 फीसदी बढ़ गई।

इस अध्ययन को लीड करने वाली शूशान दानागौलियन ने एक प्रेस रिलीज में कहा, "सबसे ज्यादा पॉलिन स्तर पर, हमने आत्महत्या में 7.4 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखी।"

उन्होंने आगे कहा, "जो बात अधिक चिंताजनक है, वह यह है कि जिन लोगों को पहले से मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं थीं या जिनका इलाज चल रहा था, उनमें उच्च पॉलिन वाले दिनों में आत्महत्या की प्रवृत्ति और बढ़ गई। ये दर 8.6 फीसदी तक पहुंच गई।"

अमेरिका में 2007 और 2018 के बीच आत्महत्या की दर 37 फीसदी बढ़ी है। केवल 2023 में ही 15 लाख से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या करने की कोशिश की। 49,000 से ज्यादा अमेरिकियों ने अपनी जान ले ली और इस प्रकार आत्महत्या देश में मौत का 11वां सबसे बड़ा कारण बन गया।

हालांकि आंखों में खुजली, नाक बहना और खांसी जैसे लक्षण मामूली लग सकते हैं, लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि मौसम में होने वाली एलर्जी खतरनाक साबित हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे नींद खराब होती है, ध्यान भटकता है, जिससे अक्सर मूड खराब हो जाता है। ये सभी आत्महत्या के लिए जाने-माने रिस्क फैक्टर हैं।

Point of View

यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि हम आत्महत्या की प्रवृत्ति में हो रहे इस बदलाव को समझें। मानसिक स्वास्थ्य और मौसमी एलर्जी का संबंध एक गंभीर विषय है, जिसे न केवल अमेरिका में, बल्कि विश्व स्तर पर ध्यान दिया जाना चाहिए। हमें इस दिशा में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।
NationPress
27/10/2025

Frequently Asked Questions

क्या मौसमी एलर्जी आत्महत्या का कारण बन सकती है?
हाँ, हाल की स्टडी में यह बताया गया है कि उच्च पॉलिन स्तर वाले दिनों में आत्महत्या की प्रवृत्ति में वृद्धि होती है।
अमेरिका में आत्महत्या दर में वृद्धि का क्या कारण है?
अध्ययन के अनुसार, मौसमी एलर्जी और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं आत्महत्या दर में वृद्धि का कारण बन रही हैं।