क्या चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने किम जोंग-उन से मुलाकात की?

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क्या चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने किम जोंग-उन से मुलाकात की?

सारांश

चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने किम जोंग-उन से मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच के संबंधों की मजबूती पर चर्चा की गई। क्या इस मुलाकात से क्षेत्रीय स्थिरता में सुधार होगा? जानें इस महत्वपूर्ण मुलाकात के बारे में।

Key Takeaways

  • चीन और डीपीआरके के बीच संबंध मजबूत हैं।
  • दोनों देश क्षेत्रीय शांति के लिए प्रयासरत हैं।
  • उच्च-स्तरीय संवाद को बढ़ाने का संकल्प।
  • व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने की आवश्यकता।
  • बहुपक्षीय सहयोग की रक्षा पर जोर।

बीजिंग, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के सदस्य और चीन के प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने प्योंगयांग में डीपीआरके श्रमिक पार्टी के महासचिव किम जोंग-उन से मुलाकात की।

ली छ्यांग ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और चीन सरकार ने हमेशा चीन-डीपीआरके संबंधों को रणनीतिक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखा है। चीन और डीपीआरके के बीच पारंपरिक मैत्रीपूर्ण और सहयोगी संबंधों को बनाए रखना, मजबूत करना और विकसित करना हमारी अटल नीति है। चीन दोनों पार्टियों और देशों के शीर्ष नेताओं के संयुक्त मार्गदर्शन का पालन करने और द्विपक्षीय संबंधों के निरंतर विकास को बढ़ावा देने के लिए डीपीआरके के साथ काम करने को तैयार है। चीन डीपीआरके के साथ उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान और रणनीतिक संचार को मजबूत करने, पारंपरिक मैत्री को और बढ़ावा देने, व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने, अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में समन्वय और सहयोग को बढ़ाने, बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने, बहुपक्षवाद की दृढ़ता से रक्षा करने और अधिक न्यायसंगत और उचित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के विकास को बढ़ावा देने को तैयार है।

किम जोंग-उन ने कहा कि डीपीआरके-चीन संबंध अटूट हैं। अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति में चाहे कोई भी बदलाव आए, डीपीआरके-चीन मैत्रीपूर्ण और सहयोगी संबंधों को मजबूत और विकसित करना डीपीआरके पार्टी और सरकार का अटल रुख है। यह दोनों पक्षों के समान हितों में है और क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और विकास के लिए अनुकूल है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

जिससे न केवल द्विपक्षीय संबंधों में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्र में भी शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

ली छ्यांग और किम जोंग-उन की मुलाकात का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य चीन-डीपीआरके संबंधों को मजबूत करना और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देना था।
क्या इस मुलाकात से चीन और उत्तर कोरिया के बीच संबंधों में सुधार होगा?
हाँ, दोनों नेताओं ने सहयोग और मैत्री को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है।