क्या निक्की हेली ने ट्रंप टैरिफ की खामियों को उजागर किया?

सारांश
Key Takeaways
- टैरिफ नीति से भारत-अमेरिका संबंध प्रभावित हो सकते हैं।
- निक्की हेली ने इसे काउंटर प्रोडक्टिव बताया है।
- भारत को साझेदार के रूप में देखना आवश्यक है।
- भारत की रणनीतिक अहमियत बढ़ रही है।
- रूस से तेल खरीद के कारण टैरिफ लगाया गया है।
नई दिल्ली, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ का विरोध उनकी ही पार्टी की नेता और दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली ने किया है। हेली ने एक लेख के माध्यम से ट्रंप टैरिफ की खामियों को उजागर किया है। उनका कहना है कि यह टैरिफ नीति भारत और अमेरिका के बीच वर्षों से चले आ रहे मजबूत संबंधों को प्रभावित कर सकती है। उन्होंने इसे काउंटर प्रोडक्टिव बताया, जो यह सुझाव देता है कि इसका प्रतिकूल असर अमेरिका पर पड़ सकता है।
निक्की हेली ने कहा कि भारत पर टैरिफ लगाना और उसे कमजोर करने की कोशिश एक बड़ी गलती होगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का विकास सभी के लिए एक अवसर है और यह चीन की तरह खतरनाक नहीं है। चीन, जो रूस से तेल खरीदने के बावजूद अमेरिका के कड़े प्रतिबंधों से बचा हुआ है, भारत की भारी रूसी तेल खरीद को निशाना बनाना उचित नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत को साझेदार के बजाय दुश्मन की तरह देखना एक बड़ी—और रोकी जा सकने वाली—गलती होगी।
हेली ने न्यूजवीक पत्रिका में लिखा, "एशिया में चीनी प्रभुत्व के प्रतिकार के रूप में कार्य करने वाले एकमात्र देश के साथ 25 वर्षों की साझेदारी की गति को रोकना एक रणनीतिक आपदा साबित हो सकती है।"
उनका यह कहना कि "भारत के साथ एक मूल्यवान स्वतंत्र और लोकतांत्रिक साझेदार की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए—चीन जैसे विरोधी की तरह नहीं," अमेरिका को समझदारी से कार्य करने की सलाह के समान प्रतीत होता है।
निक्की के इस लेख में भारत को सामरिक तौर पर मजबूत साझेदार के तौर पर प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका के लिए सप्लाई चेन का एक महत्वपूर्ण विकल्प बन सकता है। भारत के पास चीन की तरह उत्पादन क्षमता है, जो उन आवश्यकताओं को पूरा कर सकती है। टेक्सटाइल, सस्ते मोबाइल और सोलर पैनल जैसे उत्पाद तुरंत घरेलू स्तर पर बनाना संभव नहीं है।
उन्होंने अमेरिका को चेतावनी देते हुए लिखा कि भारत मध्यपूर्व में सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। अमेरिका जैसे-जैसे वहां अपनी सैन्य और आर्थिक मौजूदगी कम कर रहा है, भारत की रणनीतिक अहमियत बढ़ती जा रही है और वह चीन के लिए एक चुनौती साबित हो सकता है।
हेली ने अमेरिकी प्रशासन को भारत के साथ सभी विवाद खत्म कर रिश्ते सामान्य करने की सलाह दी है।
बता दें, रूस से कच्चा तेल खरीदने के कारण अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। 25 प्रतिशत पहले ही लागू किया जा चुका है जबकि 25 प्रतिशत 27 अगस्त से लागू होगा।