क्या पाकिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार है, मरने वालों की संख्या 1006 तक पहुंच गई?

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क्या पाकिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार है, मरने वालों की संख्या 1006 तक पहुंच गई?

सारांश

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बारिश से आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें 1006 लोगों की जान जा चुकी है। जानें बाढ़ का व्यापक असर और सरकार ने क्या कदम उठाए हैं।

Key Takeaways

  • पंजाब प्रांत में बाढ़ से 1006 लोगों की मौत हुई है।
  • बाढ़ के कारण 1,063 लोग घायल हुए हैं।
  • सरकार ने आपदा प्रबंधन के लिए चेतावनियाँ जारी की हैं।
  • जलमग्न गांवों में स्थिति बेहद गंभीर है।
  • सहायता और राहत कार्य चलाए जा रहे हैं।

इस्लामाबाद, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान का पंजाब प्रांत बारिश के कारण आई बाढ़ का सामना कर रहा है। प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने फिर से बारिश के संबंध में चेतावनी जारी की है।

पीडीएमए के प्रवक्ता के मुताबिक, पंजाब के उत्तरी हिस्सों में पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से 7 अक्टूबर तक पूरे प्रांत में व्यापक वर्षा की संभावना है।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने भारी बारिश से उत्पन्न बाढ़ और उसके कारण हुई जनहानि के आंकड़े जारी किए हैं। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, जून के अंत से पाकिस्तान में 275 बच्चे, 568 पुरुष और 163 महिलाएं सहित कुल 1,006 लोगों की जान जा चुकी है।

बाढ़ के कारण 1,063 लोग घायल हुए, जिनमें 321 बच्चे, 450 पुरुष और 292 महिलाएं शामिल हैं।

एनडीएमए ने पंजाब प्रांत में 304 मौतें दर्ज की हैं, जिनमें 110 बच्चे, 143 पुरुष और 51 महिलाएं शामिल हैं। अचानक आई बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है।

खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 504 हो गई है, जिनमें 90 बच्चे, 338 पुरुष और 76 महिलाएं शामिल हैं।

सिंध में 80 मौतें हुई हैं, जिनमें 35 बच्चे, 35 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं, जबकि बलूचिस्तान में 30 मौतें हुई हैं, जिनमें 20 बच्चे, छह पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं।

इसके अलावा, पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान में भीषण बाढ़ ने 41 लोगों की जान ले ली है, जिनमें छह बच्चे, 26 पुरुष और नौ महिलाएं शामिल हैं; पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में दर्ज 38 मौतों में से नौ बच्चे, 17 पुरुष और 12 महिलाएं हैं।

दूसरी ओर, पाकिस्तानी दैनिक द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी इस्लामाबाद में नौ मौतें हुईं, जिनमें पांच बच्चे, तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं।

घायलों में पंजाब सबसे प्रभावित रहा, जहां 661 लोग घायल हुए, जिनमें 200 बच्चे, 258 पुरुष और 203 महिलाएं शामिल हैं।

सतलुज नदी के तटबंध टूटने के बाद, मुल्तान, लोधरान और बहावलपुर सहित पंजाब के कई जिलों के 200 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं।

रिपोर्टों के अनुसार, पिछले 20 दिनों से इन गांवों में रुका हुआ बाढ़ का पानी घरों को तबाह कर रहा है, फसलों को नष्ट कर रहा है और हजारों निवासियों को बेघर कर रहा है।

एक निवासी, अफजल बलूच ने कहा, "हमारे घर बर्बाद हो चुके हैं; हमारी फसलें नष्ट हो गई हैं। हम 20 दिनों से धैर्य बनाए हुए हैं, लेकिन अब हमें इस पानी को निकालने की आवश्यकता है ताकि हम अपने जीवन को फिर से शुरू कर सकें।"

इसके अलावा, खैबर पख्तूनख्वा में विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित 218 लोग घायल हुए, जिनमें 70 बच्चे, 99 पुरुष और 49 महिलाएं शामिल हैं। सिंध में 87 लोग घायल हुए, जिनमें 39 बच्चे, 29 पुरुष और 19 महिलाएं शामिल हैं, जिससे सभी आयु और लिंग वर्गों पर बाढ़ का व्यापक प्रभाव स्पष्ट होता है। बलूचिस्तान में पांच लोग घायल हुए, जिनमें दो बच्चे, दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं।

Point of View

और सरकार को तुरंत प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता है। सभी नागरिकों की सुरक्षा और पुनर्वास सर्वोपरि है।
NationPress
02/10/2025

Frequently Asked Questions

पाकिस्तान में बाढ़ के कारण कितने लोग प्रभावित हुए?
पाकिस्तान में बाढ़ के कारण 1,006 लोगों की मृत्यु और 1,063 लोग घायल हुए हैं।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में क्या हालात हैं?
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में कई गांव जलमग्न हैं, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
सरकार ने बाढ़ के दौरान क्या कदम उठाए हैं?
सरकार ने आपदा प्रबंधन के लिए चेतावनियाँ जारी की हैं और राहत कार्य शुरू किए हैं।