क्या बलूच शिक्षक का शव पाकिस्तानी सेना ने हफ्ते भर पहले अगवा किया था?

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क्या बलूच शिक्षक का शव पाकिस्तानी सेना ने हफ्ते भर पहले अगवा किया था?

सारांश

पाकिस्तान में बलूच शिक्षक की हत्या ने एक बार फिर मानवाधिकार उल्लंघनों की गंभीरता को उजागर किया है। बलूच यकजेहती कमेटी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई की अपील की है।

Key Takeaways

  • पाकिस्तानी सेना द्वारा बलूचों पर अत्याचार की बढ़ती घटनाएं।
  • अयाज बलूच की न्यायेतर हत्या ने मानवाधिकारों पर सवाल उठाए हैं।
  • बीवाईसी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
  • अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई की अपील।

क्वेटा, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तानी सेना द्वारा बलूचों पर किए जा रहे अत्याचार अब सामान्य होते जा रहे हैं। गुरुवार को एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मानवाधिकार संगठनों ने आरोप लगाया है कि पाक सेना ने एक बलूच शिक्षक की हत्या कर दी।

यह एक न्यायेतर हत्या का मामला है, जिसमें न तो अदालत में मामला दर्ज किया गया और न ही कोई सुनवाई हुई; सीधे सेना ने अपना निर्णय गोली के माध्यम से सुनाया।

मानवाधिकार संगठन बलूच यकजेहती कमेटी (बीवाईसी) के अनुसार, स्कूल शिक्षक अयाज बलूच का क्षत-विक्षत शव बुधवार को केच जिले के बुलेदा में रेक्ो डैम के पास मिला।

परिजनों का कहना है कि शव की स्थिति बहुत गंभीर थी, चेहरा पहचानने में असमर्थता थी, और यह स्पष्ट था कि अयाज के साथ अत्याचार हुआ है। परिजन केवल उसके पास पड़े जूतों और कपड़ों की मदद से उसकी पहचान कर पाए।

बीवाईसी ने बताया कि अयाज को 12 नवंबर को अगवा किया गया था। कथित तौर पर, उसे स्कूल से लौटते समय पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने केच के मुख्य बाजार से पकड़ा था। सुरक्षा बलों के साथ कुछ हथियारबंद लोग भी थे।

संगठन ने कहा, "अयाज बलूच का मर्डर यह दर्शाता है कि बलूचिस्तान में सत्ता किस प्रकार हिंसा का सहारा ले रही है, जिसमें न्यायेतर हत्या, लोगों का गायब होना, ज्यादती और आम जनता को लगातार निशाना बनाना शामिल है। इनसे शिक्षकों, छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिलाओं और बच्चों तक को बख्शा नहीं जा रहा।"

बीवाईसी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह बलूचिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों का संज्ञान लेते हुए उन्हें न्याय दिलाने में सहायता करें और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराएं।

बलूचिस्तान में चल रहे अत्याचारों की ओर बलूच नेशनल मूवमेंट का मानवाधिकार विभाग लगातार ध्यान दिला रहा है।

आपको बता दें कि 19 नवंबर को, ग्वादर जिले के पासनी क्षेत्र के दो भाइयों, दोशाम्बे और मियां दाद को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने जबरन गायब कर दिया था।

बुधवार को, मानवाधिकार संगठन ने यह भी बताया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने दो बलूच नागरिकों की न्यायेतर हत्या कर दी।

Point of View

NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

अयाज बलूच के शव की पहचान कैसे हुई?
परिजनों ने शव के पास पड़े जूतों और कपड़ों से पहचान की।
अयाज बलूच को कब अगवा किया गया था?
उन्हें 12 नवंबर को अगवा किया गया था।
बलूच यकजेहती कमेटी क्या है?
यह एक मानवाधिकार संगठन है जो बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ काम करता है।
पाकिस्तानी सेना का बलूचों के प्रति क्या रवैया है?
पाकिस्तानी सेना बलूचों के खिलाफ अत्याचार कर रही है, जिसमें न्यायेतर हत्याएं भी शामिल हैं।
क्या अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है?
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर कार्रवाई करने की अपील की गई है।
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