क्या यूक्रेन शांति प्रस्ताव रूस के सहयोग से तैयार किया गया है?
सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका ने रूस-यूक्रेन शांति प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
- मार्को रुबियो ने रूस के योगदान की पुष्टि की है।
- ट्रंप का कहना है कि यह अंतिम प्रस्ताव नहीं है।
- यूक्रेन ने इस ड्राफ्ट में बदलाव की आवश्यकता जताई है।
- जेलेंस्की ने अमेरिका के दबाव को लेकर चेतावनी दी है।
वॉशिंगटन, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका ने रूस और यूक्रेन के बीच सुलह कराने के लिए अपनी कोशिशों को तेज कर दिया है। अमेरिका ने एक 28 सूत्रीय समझौता प्रस्तुत किया है। शुरुआत से ही ऐसा माना जा रहा था कि यह योजना रूस के पक्ष में अधिक झुकाव रखती है। मार्को रुबियो ने भी स्वीकार किया है कि यह शांति प्रस्ताव मॉस्को के योगदान से तैयार किया गया है और इसमें कीव के पूर्व के सुझावों को भी शामिल किया गया है।
जो समझौता रूस और यूक्रेन के लिए तैयार किया गया है, उसके दस्तावेजों को अमेरिका ने पूरी तरह से तैयार किया है। इससे पहले, अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने कहा था कि शांति समझौते का ढांचा वाशिंगटन द्वारा तैयार किया गया, जिसमें रूस और यूक्रेन दोनों के इनपुट शामिल थे।
प्रवक्ता पिगॉट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जैसा कि विदेश मंत्री रुबियो और सरकार ने बार-बार कहा है कि यह योजना अमेरिका द्वारा बनाई गई थी, जिसमें रूस और यूक्रेन दोनों का इनपुट था।"
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर दिया है कि जो शांति योजना रूस-यूक्रेन संघर्ष समाप्त करने के लिए तैयार की गई है, वह कीव के लिए अंतिम प्रस्ताव नहीं है। यूक्रेन ने ट्रंप के शांति प्रस्ताव पर चिंता व्यक्त की है और इस ड्राफ्ट में बदलाव की आवश्यकता की बात की। इसके बाद से ट्रंप का यह बयान सामने आया।
स्थानीय समयानुसार शनिवार को व्हाइट हाउस के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर जेलेंस्की इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर देते हैं, तो वह पूरी ताकत से लड़ सकते हैं।
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन से 27 नवंबर तक इस डील को स्वीकार करने की अपील की है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या यह उनका अंतिम प्रस्ताव है, तो ट्रंप ने कहा, "नहीं, हम शांति चाहते हैं। किसी न किसी तरह, हम इसे समाप्त कर देंगे।"
इस बीच ट्रंप ने यह भी कहा कि यदि वह 2022 की शुरुआत में राष्ट्रपति होते, तो यह युद्ध कभी नहीं होता। वहीं राष्ट्रपति जेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि अमेरिका कीव पर एक ऐसे प्रस्ताव पर विचार करने का दबाव डाल रहा है जिसे कई लोग मॉस्को के हितों की ओर झुका हुआ मानते हैं। यूक्रेन इस समय अपने इतिहास के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है।