क्या विमान हादसे के कई कारण हो सकते हैं? जांच में जल्द साफ होगी तस्वीर : एसके वर्मा

सारांश
Key Takeaways
- अहमदाबाद विमान हादसा ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
- हादसे के संभावित कारणों में पावर कमी और बर्ड हिट हो सकते हैं।
- जांच में तकनीकी खामियां और मानवीय गलती की जांच की जाएगी।
- इस हादसे में 242 लोग सवार थे, जिसमें से केवल एक यात्री बच सका।
- फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से जल्द जानकारी मिलने की उम्मीद है।
नई दिल्ली, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून की दोपहर हुए विमान हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत्त एयर कमोडोर एस.के. वर्मा ने इस घटना के संभावित कारणों पर प्रकाश डाला है।
एस.के. वर्मा ने शनिवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से कहा, "यह अहमदाबाद विमान हादसा बहुत दुखद है। जिस विमान ने दुर्घटना का सामना किया, उसके सेफ्टी रिकॉर्ड अच्छे रहे हैं। एविएशन क्षेत्र में दुर्भाग्यवश ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। इस हादसे में ऐसा प्रतीत होता है कि एयरक्राफ्ट में पावर की कमी थी। इसके संभावित कारणों में बर्ड हिट होना, इंजन में समस्या आना शामिल हो सकते हैं। यह घटना किसी एक गलती की वजह से नहीं होती है, बल्कि एक समय में कई गलतियों के कारण होती है।"
उन्होंने बताया कि हादसे की जांच के लिए एक टीम का गठन किया जा चुका है। डीजीसीए इस मामले की निगरानी कर रहा है। जांच में सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा, जिसमें तकनीकी खामी, मानवीय गलती, फ्यूल से संबंधित समस्याएं और चिड़ियों का टकराना शामिल हैं। साजिश के संभावित पहलुओं पर भी ध्यान दिया जाएगा कि क्या किसी ने एयरक्राफ्ट में बम रखा था। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर मिल चुका है और जल्द ही हमें इस हादसे से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त होगी।
एयर इंडिया का विमान 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। विमान टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने 650 फीट की ऊंचाई प्राप्त करने के बाद नीचे आना शुरू कर दिया। पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दोपहर 1:39 बजे 'मे डे' कॉल किया। एटीसी ने विमान से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके ठीक एक मिनट बाद विमान मेघानीनगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान एक मेडिकल संस्थान के होस्टल की इमारत से टकराया, जो अहमदाबाद एयरपोर्ट से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल एक यात्री ही बच सका है।