क्या एयर इंडिया ने रखरखाव के चलते आठ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द किया?

सारांश
Key Takeaways
- एयर इंडिया ने आठ उड़ानें रद्द की हैं।
- रखरखाव के कारण ये उड़ानें रद्द की गई हैं।
- यात्रियों को रिफंड और रीशेड्यूलेशन की सुविधा दी जा रही है।
- हवाईअड्डों पर जाने से पहले उड़ानों की स्थिति की जांच करें।
- सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए एयरलाइन कदम उठा रही है।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। एयर इंडिया ने रखरखाव के कारण आठ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करने का निर्णय लिया है।
एयरलाइन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "रखरखाव और संचालन से जुड़े कारणों के चलते उड़ानों को रद्द किया गया है।"
12 जून को अहमदाबाद में हुए एक हादसे के बाद, एयर इंडिया ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कई कदम उठाए हैं।
रद्द की गई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में दुबई से चेन्नई, दिल्ली से मेलबर्न, मेलबर्न से दिल्ली और दुबई से हैदराबाद शामिल हैं। इसके अलावा, पुणे से दिल्ली, अहमदाबाद से दिल्ली, हैदराबाद से मुंबई और चेन्नई से मुंबई की उड़ानें भी रद्द की गई हैं।
एयरलाइन ने यह भी सूचित किया है कि टिकट रद्द करने पर यात्रियों को पूरा रिफंड दिया जाएगा और उन्हें कॉम्पलीमेंट्री रीशेड्यूलेशन की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
एयर इंडिया ने कहा, "हम यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं। हमारे ग्राउंड सहयोगी उनकी सहायता के लिए जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था कर रहे हैं।"
इसके अतिरिक्त, एयरलाइन ने यात्रियों से सलाह दी है कि वे हवाईअड्डों पर जाने से पहले उड़ानों की स्थिति की जांच करें।
एयर इंडिया ने आगे बताया कि विमानों की बढ़ती जांच, हवाई क्षेत्र प्रतिबंधों और खराब मौसम के कारण कुछ और व्यवधान भी हो सकते हैं, और ऐसे किसी भी हालात में यात्रियों को सूचित किया जाएगा।
अहमदाबाद विमान दुर्घटना में 241 यात्रियों और 33 लोगों की मृत्यु के बाद, एयर इंडिया ने कई उड़ानें रद्द की हैं और तकनीकी खराबी के कारण भी कई उड़ानों को रोका गया है।
एयरलाइन ने शुक्रवार को अपने वाइड-बॉडी अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल में लगभग 15 प्रतिशत की कटौती करने की भी घोषणा की थी।
बयान में कहा गया, "यह कटौती स्वैच्छिक सुरक्षा जांच बढ़ाने के निर्णय और मध्य पूर्व में हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण की गई है। इसका उद्देश्य शेड्यूल स्थिरता को बहाल करना और यात्रियों को अंतिम समय में होने वाली असुविधा को कम करना है।"