क्या यूपी विधानसभा चुनाव इंडिया गठबंधन के साथ लड़ेंगे अखिलेश यादव?

सारांश
Key Takeaways
- अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की घोषणा की।
- भाजपा पर महंगाई और बेरोजगारी को बढ़ाने के आरोप।
- पार्टी आगामी पंचायत चुनावों के लिए तैयार है।
- जनता से समस्याएं और सुझाव साझा करने की अपील।
- स्वास्थ्य विभाग और इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी पर चिंता।
लखनऊ, १७ जून (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव २०२७ और इंडिया गठबंधन को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव में भाग लेगी।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारी पार्टी २०२७ का विधानसभा चुनाव इंडिया गठबंधन के सहयोग से लड़ेगी। आगामी पंचायत चुनावों के लिए पार्टी पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका हर प्रयास सपा के वोटों को कम करने के लिए होता है, लेकिन जनता अब सच्चाई को समझ रही है। उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो सरकार अब तक कोई भी काम ढंग से नहीं करवा सकी, उससे जातीय जनगणना की उम्मीद कैसे की जा सकती है?
उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दल जो कुछ दिन पहले स्वदेशी नारा देते थे, उन्होंने हमारे बाजार को विदेशियों से कब्जा करा दिया। बुनकर सौहार्द का ताना-बाना भी बुनते रहे हैं। इसलिए हमारा मानना है कि आप अपनी समस्याएं और सुझाव दें, जिन्हें हम मेनिफेस्टो में शामिल करेंगे। बिजली महंगी होने जा रही है। आने वाले समय में मोबाइल चार्ज करने में भी दिक्कत होगी। हमारे पहले मुख्यमंत्री हैं जो फसल को हेलीकॉप्टर से देखने निकले थे। जिस रूट पर हवाई यात्रा की, वहां कहीं भी खरीद नहीं हो रही। भाजपा की सरकार में गेहूं खरीद नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूध उत्पादन तो हो ही नहीं रहा, जो मदद सरकार की तरफ से मिलती थी, वह भी बंद कर दी गई। यह सरकार महंगाई और बेरोजगारी को लगातार बढ़ा रही है। इनका एजेंडा नौकरी और कारोबार नहीं, लोगों को डराना है। भाजपा के प्रोपेगंडा का मुकाबला कोई नहीं कर सकता। ये लोग फर्जी न्यूज बनाकर बदनाम कर सकते हैं।
अहमदाबाद विमान हादसे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इतना बड़ा हादसा हुआ, लेकिन किसी ने इस्तीफा नहीं दिया। पीडीए इमोशनल गठबंधन नहीं है। पी फॉर पसमांदा समाज भी हमारे साथ है।
उन्होंने आगे कहा कि जिनके पास स्वास्थ्य विभाग का काम है, वे क्या कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है। भाजपा वाले ग्राम सभा बढ़ाकर बूथ मैनेज करने की कोशिश कर रहे हैं।