क्या अमृतसर के श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ने ननकाना साहिब से जुड़े सरकार के फैसले की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब में श्रद्धालुओं की भीड़ है।
- केंद्र सरकार ने सिख जत्थों को ननकाना साहिब जाने की अनुमति दी।
- ग्यानी रघुबीर सिंह ने सरकार का धन्यवाद किया।
- धार्मिक एकता सिख धर्म की ताकत है।
- प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
अमृतसर, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सिख धर्म के पवित्र स्थल सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब में श्रद्धालुओं का माथा टेकने और अरदास करने का क्रम जारी है। देश-विदेश से आए श्रद्धालु बाबा बुड्ढा साहिब जी के जोड़ मेले में भी भाग ले रहे हैं। इस बीच, श्री हरमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ग्यानी रघुबीर सिंह ने केंद्र सरकार के हालिया निर्णय की सराहना की, जिसमें सिख जत्थों को गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर ननकाना साहिब जाने की अनुमति दी गई है।
ग्यानी रघुबीर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पहले केंद्र सरकार द्वारा सिख जत्थों को पाकिस्तान जाने की अनुमति न देने से संगत में नाराजगी थी। संगत का कहना था कि जब अन्य मुद्दों पर पाकिस्तान से बातचीत हो रही है, तो सिखों को उनके पवित्र तीर्थ स्थलों के दर्शन से क्यों रोका गया।
अब रघुबीर सिंह ने केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए उम्मीद जताई कि भविष्य में भी सिखों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान होगा।
उन्होंने 2019 में खुले करतारपुर कॉरिडोर का जिक्र किया, जिसके जरिए हजारों श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर के दर्शन किए, लेकिन युद्धकालीन परिस्थितियों के कारण यह कॉरिडोर बंद हो गया। उन्होंने सरकार से अपील की कि इसे फिर से खोला जाए ताकि संगत गुरु घर के दर्शन कर सके।
ग्यानी रघुबीर सिंह ने बताया कि बाबा बुड्ढा साहिब जी का जोड़ मेला शुरू हो चुका है। इसमें देश-विदेश से श्रद्धालु ट्रैक्टरों, बसों और कारों से अमृतसर पहुंच रहे हैं। मेले में शामिल होने के बाद संगत सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक हो रही है।
उन्होंने गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व और जोड़ मेले की संगत को बधाई दी और कहा कि सिखों की एकता और श्रद्धा ही धर्म की सबसे बड़ी ताकत है।
अमृतसर में प्रशासन ने मेले और दर्शन के लिए सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सिख संगत की भारी भीड़ से शहर में धार्मिक उत्साह का माहौल है। ग्यानी रघुबीर सिंह ने संगत से एकजुट रहकर सिख धर्म की मर्यादा बनाए रखने की अपील की।