क्या बिहार के मधुबनी, मुंगेर और अन्य शहरों में छोटे हवाई अड्डे बनेंगे?

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क्या बिहार के मधुबनी, मुंगेर और अन्य शहरों में छोटे हवाई अड्डे बनेंगे?

सारांश

बिहार में छोटे हवाई अड्डों के निर्माण की योजना पर मुहर लगी है। जानें इस फैसले का महत्व और क्या इससे स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।

Key Takeaways

  • बिहार के कई शहरों में छोटे हवाई अड्डों का निर्माण।
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में निर्णय।
  • उड़ान योजना के तहत समझौता ज्ञापन।
  • स्थानीय विकास को बढ़ावा।
  • राज्य पुलिस के लिए सेवानिवृत्त सैनिकों की सेवा अवधि का विस्तार।

पटना, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर सहित कई अन्य शहरों में छोटे हवाई अड्डों का निर्माण संभव हुआ है। बिहार मंत्रिमंडल की मंगलवार को राजधानी पटना में हुई बैठक में इन शहरों में छोटे हवाई अड्डे के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से समझौता ज्ञापन करने की स्वीकृति दी गई।

इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की, जिसमें मंत्रिमंडल के सभी सदस्य उपस्थित थे। कुल 20 एजेंडों पर निर्णय लिया गया। इस बैठक में बताया गया कि मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर, बाल्मीकि नगर, मुजफ्फरपुर और सहरसा में छोटे हवाई अड्डों के विकास के लिए उड़ान योजना के तहत समझौता ज्ञापन की मंजूरी दी गई।

इसके अतिरिक्त, इस मंत्रिमंडल की बैठक में बिहार पुलिस के अंतर्गत गठित स्पेशल ऑक्जिलियरी पुलिस में शामिल भारतीय सेना के सेवानिवृत्त सैनिकों की सेवा अवधि को 2025-2026 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया। राजगीर में राज्य खेल अकादमी और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लिए क्रीड़ा प्रशिक्षक नियमावली 2025 को भी मंजूरी दी गई।

इसके अलावा, बैठक में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के तहत राजस्व परामर्शदात्री समिति का गठन करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया। शिक्षा विभाग के अंतर्गत विकासात्मक गतिविधियों के लिए तीन संविदात्मक पदों के सृजन की भी स्वीकृति दी गई है।

Point of View

बल्कि यह व्यापार और पर्यटन को भी प्रोत्साहित करेंगे।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

बिहार में छोटे हवाई अड्डों का निर्माण कब शुरू होगा?
निर्माण की प्रक्रिया जल्दी शुरू होने की उम्मीद है, हालांकि सटीक तारीख का अभी उल्लेख नहीं किया गया है।
यह योजना किन शहरों को प्रभावित करेगी?
यह योजना मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर, बाल्मीकि नगर, मुजफ्फरपुर और सहरसा को प्रभावित करेगी।