क्या दर्द और अकड़न से राहत पाने में मददगार हैं शोल्डर मूवमेंट के ये ‘चार चरण’?

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क्या दर्द और अकड़न से राहत पाने में मददगार हैं शोल्डर मूवमेंट के ये ‘चार चरण’?

सारांश

क्या आप कंधे के दर्द और अकड़न से परेशान हैं? जानिए कैसे चार सरल शोल्डर मूवमेंट्स आपके कंधों की गतिशीलता और लचीलापन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। ये व्यायाम न केवल दर्द से राहत देते हैं, बल्कि आपको सामान्य गतिविधियों में भी सहायता करते हैं।

Key Takeaways

  • शोल्डर रोटेशन: कंधों को घुमाने से रक्त संचार बढ़ता है।
  • शोल्डर स्ट्रेच: खिंचाव से मांसपेशियों में राहत मिलती है।
  • आर्म स्विंग्स: बाहों को झुलाने से लचीलापन बढ़ता है।
  • शोल्डर ब्लेड स्क्वीज: कंधों को मजबूत करता है।

नई दिल्ली, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। आज की व्यस्त जीवनशैली और उम्र बढ़ने के कारण कंधों की गतिशीलता बनाए रखना एक चुनौती बन सकता है। खराब आदतों के कारण कंधों में अकड़न, दर्द और लचीलेपन में कमी हो सकती है। हालाँकि, कुछ कंधे से जुड़े व्यायाम हैं, जिनके नियमित अभ्यास से न केवल दर्द और अकड़न से छुटकारा मिलता है, बल्कि यह लचीलापन भी बढ़ाता है।

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने कंधों की गतिशीलता में सुधार करने और दर्द से राहत पाने के लिए चार सरल शोल्डर मूवमेंट्स सुझाए हैं, जो योगिक वार्म-अप का हिस्सा हैं। ये व्यायाम कंधों की अकड़न को कम करने, गतिशीलता में सुधार और ऊपरी शरीर को सक्रिय करने में सहायक होते हैं, जिससे बेहतर मुद्रा और संतुलन के साथ गहरे योग आसनों की तैयारी होती है।

मंत्रालय के अनुसार, इन व्यायामों को नियमित रूप से करने से न केवल कंधों की सेहत में सुधार होता है, बल्कि योग और अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए शरीर को बेहतर तरीके से तैयार किया जा सकता है। इन्हें रोजाना 5-10 मिनट करने से दर्द और अकड़न में राहत मिल सकती है।

पहला व्यायाम है शोल्डर रोटेशन, यानी कंधे का घुमाव। इसमें दोनों कंधों को धीरे-धीरे गोलाकार गति में आगे और पीछे घुमाया जाता है। इसे 8-10 बार दोनों दिशाओं में करें। यह कंधों और गर्दन की मांसपेशियों को ढीला करता है, अकड़न कम करता है, और रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे कंधों में लचीलापन आता है।

दूसरा व्यायाम है शोल्डर स्ट्रेच, यानी कंधे का खिंचाव। एक हाथ को छाती के सामने से दूसरी ओर ले जाएं और दूसरे हाथ से हल्का दबाव डालकर खींचें। 15-20 सेकंड तक रोके रहें और फिर दूसरे हाथ से दोहराएं। यह कंधों और ऊपरी पीठ की मांसपेशियों को खोलता है, जिससे तनाव और दर्द में राहत मिलती है।

तीसरा व्यायाम है आर्म स्विंग्स या बाहों का झूलना, जिसमें दोनों बाहों को ढीला छोड़कर आगे-पीछे या बगल की ओर धीरे-धीरे झुलाएं। इसे 10-12 बार करें। यह कंधों और बाहों के जोड़ों को लचीला बनाता है और मांसपेशियों को गर्म करता है।

शोल्डर ब्लेड स्क्वीज या कंधे की हड्डी का संकुचन करने के लिए कंधों को पीछे की ओर ले जाकर हड्डियों को आपस में मिलाने की कोशिश करें और 5-10 सेकंड तक रुके रहें। इसे 8-10 बार दोहराएं। यह मुद्रा पीठ और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करती है और अकड़न को कम करती है।

Point of View

बल्कि हमें मानसिक शांति भी प्रदान करता है।
NationPress
08/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या ये शोल्डर मूवमेंट्स सभी के लिए सुरक्षित हैं?
हाँ, ये व्यायाम सामान्यतः सभी के लिए सुरक्षित हैं, लेकिन यदि आपको कोई गंभीर कंधे की समस्या है तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या इन व्यायामों को रोजाना करना चाहिए?
जी हाँ, इन व्यायामों को नियमित रूप से करने से कंधों की लचीलापन और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
क्या ये व्यायाम सिर्फ योग के लिए हैं?
नहीं, ये व्यायाम सामान्य जीवन की गतिविधियों के लिए भी फायदेमंद हैं।