क्या दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रोहित गोदारा गैंग के दो वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने दो वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तार अपराधी रोहित गोदारा गैंग से जुड़े थे।
- इन पर कई गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित होने का आरोप था।
- पुलिस ने मुठभेड़ में इन्हें पकड़ा।
- यह गिरफ्तारी संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता है।
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक मुठभेड़ के दौरान दो सक्रिय अपराधियों को पकड़ा है। ये दोनों अपराधी गुजरात, हरियाणा और राजस्थान के अनेक गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित थे और विदेश में बैठे गैंगस्टर रोहित गोदारा के गिरोह से जुड़े हुए थे।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान राजस्थान के श्री गंगानगर निवासी आकाश राजपूत और भरतपुर निवासी महिपाल मीणा के रूप में हुई है।
आकाश राजपूत कई आपराधिक मामलों में वांछित था और पुलिस उसकी काफी समय से तलाश कर रही थी। आकाश इससे पहले गुजरात के ईस्ट कच्छ में जुलाई 2025 में एक सनसनीखेज 100 करोड़ रुपएगैंगस्टर कीरतिसिंह झाला ने मांगी थी। इसके अलावा, राजस्थान के श्री गंगानगर में हत्या के प्रयास के एक मामले में भी वह वांछित था और उस पर 20,000 रुपए
उसने पहले महिपाल मीणा के साथ मिलकर हरियाणा के करनाल में एक अस्पताल में फिरौती के लिए अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इस मामले में भी हरियाणा पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि दोनों अपराधी गैंगस्टर जगदीश उर्फ जगला और अभिषेक उर्फ गोलू के सदस्य थे, जो आगे रोहित गोदारा के नेटवर्क से जुड़े थे। मुखबिर से मिली सूचना के अनुसार, दोनों अपने गिरोह की आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए दिल्ली-एनसीआर में इन संसाधनों का उपयोग करने की योजना बना रहे थे।
स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली थी कि दोनों अपराधी दिल्ली-एनसीआर में कोई बड़ी वारदात करने की योजना बना रहे हैं। 2 और 3 अक्टूबरनजफगढ़-कपासहेरा रोड पर जाल बिछाया। जैसे ही बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल पर आ रहे अपराधियों को पुलिस ने रुकने को कहा, तो आकाश राजपूत कूदकर भागने लगा और पीछा कर रही टीम पर गोली चला दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिससे अपराधी घायल हो गया और उसे पकड़ लिया गया। दूसरे अपराधी महिपाल मीणा को मोटरसाइकिल के पास ही गिरफ्तार कर लिया गया। घायल आरोपी को आवश्यक इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है। इस गिरफ्तारी को संगठित अपराध के खिलाफ दिल्ली पुलिस की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।