क्या कोडीन माफिया के साथ फोटो की सच्चाई बताएंगे सपा अध्यक्ष: सुरेश खन्ना?
सारांश
Key Takeaways
- कोडीन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
- समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगे हैं।
- 75 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
- 9.42 करोड़ रुपए का कफ सिरप सीज किया गया है।
- योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई हो रही है।
शाहजहांपुर, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रदेश के वित्त और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कोडीनयुक्त कफ सिरप मामले में शनिवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कार्रवाई का जिक्र किया। खन्ना ने स्पष्ट किया कि योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कई बड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान सुरेश खन्ना ने समाजवादी पार्टी पर भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोडीन माफिया के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का फोटो सामने आया है, इसलिए गोलमोल जवाब देने के बजाय उन्हें इस तस्वीर की सच्चाई बतानी चाहिए। पूरा देश इस फोटो के पीछे की कहानी जानने के लिए उत्सुक है। खन्ना ने कहा कि कफ सिरप से देश में हुई बच्चों की मौतों पर समाजवादी पार्टी ने कुछ नहीं कहा। बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थों की तस्करी हुई और इस कारण कई मौतें हुईं, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हुई। पकड़े गए लोगों का किसी न किसी प्रकार से समाजवादी पार्टी से संबंध है।
उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में एक भी मौत कोडीन सिरप के कारण नहीं हुई है। फिर भी योगी सरकार ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई की। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य नशा मुक्त भारत के समान नशा मुक्त उत्तर प्रदेश बनाना है। इस दिशा में व्यापक कार्रवाई की गई है। कोडीन युक्त सिरप गंभीर खांसी के मरीजों के लिए है और इसे डॉक्टर की पर्ची पर दिया जाता है। मेडिकल स्टोर के लिए यह अनिवार्य है कि उन्होंने किसे कितनी दवाई दी, इसका रजिस्टर बनाए रखें।
खन्ना ने बताया कि इसकी स्मगलिंग बड़े पैमाने पर की गई, और इसे नेपाल और बांग्लादेश भेजा गया। उन्होंने कहा कि इस अपराध के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की है। एफएसडीए और पुलिस विभाग के सहयोग से एसआईटी का गठन किया गया है। इसमें पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) एलआर कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनी है। एसआईटी बड़े पैमाने पर जांच कर रही है। अब तक 33 जनपदों में 140 फर्मों के खिलाफ बीएनएस और एनडीपीएस के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। जो चीज गंभीर खांसी के मरीजों के लिए थी, वो उन लोगों को नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि जब इसका संज्ञान लिया गया और जांच कराई गई तो पता चला कि कई लोग इसमें शामिल हैं। उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अब तक 75 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। 9.42 करोड़ रुपए का कफ सिरप सीज किया गया है। 12,65,455 कोडिन युक्त सिरप की बोतलें बरामद हुईं। खन्ना ने आश्वस्त किया कि जैसे-जैसे एसआईटी की जांच आगे बढ़ेगी, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो इसमें शामिल पाए जाएंगे। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।