क्या ग्रेटर नोएडा में 22 दिसंबर को किसानों की महापंचायत होगी?
                                सारांश
Key Takeaways
- महापंचायत का आयोजन 22 दिसंबर को होगा।
 - हजारों किसान नोएडा, मथुरा, बुलंदशहर से शामिल होंगे।
 - किसानों की मुख्य मांगें 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा हैं।
 - सरकार को किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
 - महापंचायत किसानों के एकजुटता का प्रतीक है।
 
ग्रेटर नोएडा, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने सोमवार को ग्रेटर नोएडा के कैंप कार्यालय में यह घोषणा की कि 22 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर एक विशाल महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। इस महापंचायत में नोएडा, मथुरा, बुलंदशहर, हाथरस और आगरा के हजारों किसान भाग लेंगे।
टिकैत ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में किसानों की ज़मीन का अधिग्रहण यमुना विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया है, लेकिन अब तक किसानों को उनका 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा और 10 प्रतिशत किसान कोटे के प्लॉट नहीं दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार और प्राधिकरण द्वारा किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए जा रहे हैं।
भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि जिले के किसी भी गांव की आबादी का निस्तारण नहीं हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों की मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया तो 22 दिसंबर की महापंचायत आंदोलन का बड़ा रूप लेगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की मुख्य मांगें हैं कि किसानों को उनका 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा तुरंत दिया जाए, जेवर से आगरा तक सर्विस रोड का निर्माण तुरंत शुरू किया जाए, आगरा टोल प्लाजा पर स्थानीय निवासियों को आधार कार्ड दिखाकर नि:शुल्क आवाजाही की अनुमति दी जाए, जिन गांवों का अधिग्रहण किया गया है, उन्हें सेक्टरों की तर्ज पर विकसित किया जाए, और अधिग्रहित गांवों के युवाओं को रोजगार दिया जाए।
उन्होंने कहा कि किसान अब चुप नहीं बैठेंगे और अपने हक के लिए सड़कों पर उतरेंगे। टिकैत ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि यह महापंचायत किसानों की आवाज बनेगी और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, आंदोलन जारी रहेगा।
इस मौके पर जेवर जिला अध्यक्ष रॉबिन नागर, अशोक भाटी, मनोज मावी, लाला यादव, युवा जिला अध्यक्ष ललित चौहान, बुलंदशहर जिला अध्यक्ष अरब सिंह, अलीगढ़ जिला अध्यक्ष सुंदर बालियान, मथुरा जिला अध्यक्ष कुमारी मीरा, और आगरा जिला अध्यक्ष राजवीर लवानिया सहित सैकड़ों किसान एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।