क्या हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी ने अपराधियों को बुलडोजर कार्रवाई की चेतावनी दी?

सारांश
Key Takeaways
- कानून व्यवस्था: हरियाणा में कानून व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी।
- नशे के खिलाफ कार्रवाई: नशे के कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- आयुष्मान योजना: जल्द ही नए अस्पताल खोले जाने की योजना है।
- कांग्रेस पर आरोप: कांग्रेस ने देश को कमजोर करने का काम किया है।
- श्रीकृष्ण का संदेश: गरीबों का समर्थन करना महत्वपूर्ण है।
चंडीगढ़, 16 (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपराधियों को बुलडोजर कार्रवाई की चेतावनी दी है। शनिवार को चंडीगढ़ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, मुख्यमंत्री सैनी ने अपराधियों को स्पष्ट किया कि किसी के पास कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का अधिकार नहीं है।
भिवानी में एक महिला शिक्षक की हत्या के संदर्भ में नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का कर्तव्य है कि वह लोगों को एक सुरक्षित माहौल प्रदान करे। सभी लोगों को शांति से रहने की सलाह दी गई।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चाहे कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति हो, अगर वह कानून का उल्लंघन करेगा तो वह बच नहीं सकेगा। यह सरकार का स्पष्ट संदेश है। सैनी ने जन्माष्टमी के अवसर पर कहा कि श्रीकृष्ण ने हमेशा गरीबों को उठाया और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गरीबों के साथ खड़े हैं।
उन्होंने नशे के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता बताई। नायब सिंह सैनी ने हरियाणा की जनता से कहा कि वे नशे में लिप्त लोगों और नशा कारोबारियों की शिकायत करें, ताकि उन पर सख्त कार्रवाई की जा सके।
इस अवसर पर, नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने देश को कमजोर करने का कार्य किया है। देश के विकास में रुकावट आई है, जो हमारे क्रांतिकारी वीरों का सपना था। 15 अगस्त को 79वां जन्मदिन मनाया गया, और हमने उन शहीदों को याद किया, जिनकी कुर्बानियों के कारण हम आजाद हैं। कांग्रेस ने कभी भी उनके सम्मान के अनुसार कार्य नहीं किया।"
मुख्यमंत्री ने 'आयुष्मान योजना' के बारे में कहा कि बातचीत चल रही है, और जल्द ही जिला स्तर पर ऐसे अस्पताल खोले जाएंगे, जहां बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह सेवाएं प्राइवेट अस्पतालों से भी बेहतर होंगी, ताकि लोगों को अन्यत्र न जाना पड़े। पहले चरण में 10 अस्पतालों का उद्घाटन किया जाएगा।