क्या हरियाणा के किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त वरदान है?
सारांश
Key Takeaways
- हरियाणा में किसानों को मिली 21वीं किस्त
- कृषि क्षेत्र में मोदी सरकार की पहल
- किसानों के लिए सहायता राशि का ट्रांसफर
- कृषि में आत्मनिर्भरता का बढ़ता स्तर
- किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता
फरीदाबाद, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के फरीदाबाद में किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त मिली है। इस किस्त के प्राप्त होने से अन्नदाताओं के चेहरे खुशी से खिल उठे हैं। उन्होंने इस योजना को किसानों के लिए वरदान बताया है। केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमेशा से किसान हितैषी रही है और सदैव किसानों के हित में सोचती है।
उन्होंने बताया कि किसानों की समस्याओं का समाधान मोदी सरकार प्राथमिकता के तौर पर करती है, इसीलिए केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि 2019 में शुरू की थी। इस वर्ष उन्होंने 21वीं किस्त के तहत सीधे किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ की राशि ट्रांसफर की है। इससे किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक खरीदने में बहुत सहायता मिलती है।
इसके अतिरिक्त, खेती में फसलों का उत्पादन, किसानों को एमएसपी देना, और फसलों की खरीद लगातार बढ़ी है। पिछले 11 साल के दौरान देश कृषि में आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ पैदावार में बढ़ोतरी हो रही है।
लाभार्थी अमरपाल यादव ने कहा कि उन्हें इससे बहुत लाभ होता है। वह अपने खेती के लिए उपयोग होने वाले संसाधनों को इस पैसे से खरीदते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर से पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी की। इसके तहत देशभर के लगभग 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में सीधे 18,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर की गई। तमिलनाडु के लाखों किसानों को भी इस योजना का लाभ मिला।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 11 साल में देश के कृषि क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है। कृषि निर्यात लगभग दोगुना हो चुका है। सरकार ने किसानों के लिए हर तरह की मदद के दरवाजे खोल दिए हैं।