क्या एनडीए नेताओं का कहना है कि पीएम मोदी की गारंटी पर जनता विश्वास करती है?

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क्या एनडीए नेताओं का कहना है कि पीएम मोदी की गारंटी पर जनता विश्वास करती है?

सारांश

बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राष्ट्र प्रेस-मैटराइज के सर्वे में एनडीए की वापसी के संकेत मिले हैं, जिससे विपक्ष को बड़ा झटका लग सकता है। एनडीए नेताओं का कहना है कि वे 200 सीटें जीतेंगे। चुनाव के नतीजों पर सबकी नजरें हैं।

Key Takeaways

  • बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है।
  • राष्ट्र प्रेस-मैटराइज के सर्वे में एनडीए की वापसी के संकेत मिले हैं।
  • एनडीए के नेता 200 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं।
  • नीतीश कुमार का नेतृत्व और पीएम मोदी का योगदान महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
  • चुनाव आयोग से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की अपील की गई है।

पटना, 7 अक्टूबर 2025 (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। दो चरणों में होने वाले इस चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को गति दे दी है। इसी बीच, राष्ट्र प्रेस-मैटराइज द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में संकेत दिए गए हैं कि बिहार में एनडीए की वापसी की संभावनाएं हैं, जिससे विपक्ष को एक बड़ा झटका लग सकता है। इस सर्वे के मुताबिक, बिहार की 243 सीटों में से एनडीए को 150-160 सीटें मिल सकती हैं। इस सर्वे पर अब बिहार से प्रतिक्रियाएँ भी आनी शुरू हो गई हैं। एनडीए के नेताओं ने कहा है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, हम 200 सीटें जीतेंगे।

राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि हमें जितनी सीटें दी गई हैं, उससे अधिक हम जीतेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हमारी सीटों की संख्या 185 तक पहुँच सकती है। उनका कहना है कि 2010 से हमारा प्रदर्शन बहुत बेहतर होगा। जैसे कि हम हमेशा कहते हैं, बिहार में नीतीश कुमार जैसा कोई नेता नहीं है। वह जनता के नेता हैं, और उनके कार्यों से सभी को लाभ होता है। उनके नेतृत्व में हर जगह न्याय और विकास का वादा पूरा हो रहा है।

चुनावों की घोषणा पर उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत करते हैं और आयोग से स्वतंत्र, निष्पक्ष और स्वस्थ चुनाव सुनिश्चित करने की अपील करते हैं।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस सर्वे पर कहा कि किसी भी स्थिति में एनडीए 200 सीटें जीतेगा। लोगों को अभी इसका एहसास नहीं हो रहा है, लेकिन नीतीश कुमार द्वारा बिहार में किए गए कार्य और पीएम मोदी का योगदान यह दर्शाता है कि एक विकसित बिहार केवल पीएम मोदी की गारंटी से ही प्रगति करेगा।

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार के हर कोने में नीतीश कुमार और एनडीए के कार्यों की चर्चा है। जिन लोगों ने राजनीति में केवल संपत्ति सृजन किया है, उन्हें जनता अस्वीकार कर रही है। बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी।

जदयू सांसद संजय झा ने कहा कि मैंने सर्वे देखा है और चुनाव के करीब आते ही यह संख्या 200 से ऊपर जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे चेहरे हैं और उनके नेतृत्व में हम चुनाव लड़ेेंगे और जीतेंगे।

चुनाव की तारीखों की घोषणा पर उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि लोगों ने अपना मन बना लिया है। मैं यह बताना चाहता हूँ कि 1991 में जब बिहार और देश में उदारीकरण आया, तब बिहार में अराजकता का बोलबाला था। स्कूल बंद हो रहे थे, सड़कें गायब थीं; कुछ भी नहीं बचा था। हमने वो 15 साल झेले, जिससे बिहार को दीर्घकालिक नुकसान हुआ और विकास दर नकारात्मक रही। लेकिन, नीतीश कुमार के नेतृत्व में बीते 20 साल में बिहार ने प्रगति की है। अगले पांच वर्षों में बिहार शीर्ष 10 राज्यों में शामिल होगा।

भाजपा नेता संजय टंडन ने कहा कि हमारा भाजपा नीत एनडीए अभूतपूर्व जीत के साथ आगे बढ़ेगा और पिछले चुनाव से भी ज्यादा हम वहाँ दोबारा सरकार स्थापित करेंगे। मुझे इस बात का पूरा भरोसा है।

Point of View

एनडीए की संभावनाएं मजबूत दिख रही हैं, लेकिन विपक्ष को भी अपनी रणनीतियों को मजबूत करने की आवश्यकता है। यह चुनाव बिहार के भविष्य को आकार देगा और सभी दलों को जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

बिहार विधानसभा चुनाव कब होंगे?
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में आयोजित किए जाएंगे।
एनडीए की संभावनाएं कितनी हैं?
एनडीए को सर्वे के अनुसार 200 सीटें जीतने की संभावना है।
नीतीश कुमार का क्या कहना है?
नीतीश कुमार का कहना है कि उनकी सरकार का प्रदर्शन 2010 से बेहतर होगा।
भाजपा का इस चुनाव में क्या लक्ष्य है?
भाजपा का लक्ष्य पिछले चुनाव से भी बेहतर प्रदर्शन करना है।