क्या ईरानी हमलों के बावजूद इजरायल का 'हाइफा' पोर्ट सामान्य रूप से संचालित है?

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क्या ईरानी हमलों के बावजूद इजरायल का 'हाइफा' पोर्ट सामान्य रूप से संचालित है?

सारांश

इजरायल के हाइफा पोर्ट पर ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले का कोई असर नहीं हुआ है। कार्गो संचालन सामान्य है, लेकिन तनाव बढ़ रहा है। क्या ईरान और इजरायल के बीच यह संघर्ष बढ़ेगा? जानें विस्तार में।

Key Takeaways

  • हाइफा पोर्ट पर कोई नुकसान नहीं हुआ है।
  • कार्गो संचालन सामान्य है।
  • ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ रहा है।
  • अमेरिका ने इस संघर्ष में अपनी भागीदारी से इनकार किया है।
  • ईरान ने हमलों में कई लोगों की मौत का दावा किया है।

नई दिल्ली, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल के हाइफा पोर्ट के निकट एक तेल रिफाइनरी पर ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है और कार्गो संचालन सुचारु रूप से जारी है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्टों में सामने आई है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि हाइफा की तेल रिफाइनरी और इसके आस-पास के क्षेत्र पर हुए हमलों के बावजूद, पोर्ट अपनी सामान्य गतिविधियों को जारी रखे हुए है। वर्तमान में पोर्ट पर आठ जहाज मौजूद हैं और कार्गो संचालन बिना किसी रुकावट के चल रहा है।

ईरान ने शनिवार की रात को तेल अवीव द्वारा किए गए हमलों का जवाब देते हुए इजरायल के हाइफा पोर्ट और निकटवर्ती तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया। इन हवाई हमलों में कई शीर्ष सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई।

पोर्ट के रासायनिक टर्मिनल पर छर्रे गिरे और कुछ अन्य मिसाइलें तेल रिफाइनरी पर गिरीं, लेकिन पोर्ट की अन्य सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार, रिफाइनरी पोर्ट से कुछ दूरी पर स्थित है।

हाइफा पोर्ट उत्तरी इजरायल में एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय पोर्ट है, जो दक्षिणी क्षेत्रों की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक स्थिर है। यह देश के आयात और निर्यात दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है।

ईरान ने लगातार दूसरी रात इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं, जिसके बाद तनाव बढ़ गया है। ईरानी सरकारी मीडिया ने दावा किया है कि हाइफा तेल रिफाइनरी पर सीधा हमला हुआ है, जिससे उत्तरी पोर्ट शहर के निकट भीषण आग लग गई। इस हमले की आधिकारिक पुष्टि इजरायल द्वारा अभी तक नहीं की गई है।

खबरों के अनुसार, मिसाइल हमला हाइफा के पास तमरा में एक आवासीय इमारत पर हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कम से कम 14 अन्य घायल हुए।

इजरायल और ईरान ने रविवार रात को एक-दूसरे पर फिर से हमले किए, जिसमें कई लोग मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह संघर्ष आसानी से समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने तेहरान को किसी भी अमेरिकी लक्ष्य पर हमला नहीं करने की चेतावनी भी दी।

अधिकारियों ने बताया कि इजरायली बचाव दल ने हमलों में नष्ट हुए आवासीय भवनों के मलबे को खंगाला, जिसमें बच्चों सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई।

ईरान ने कहा है कि शुक्रवार से इजरायल के हमलों में कम से कम 138 लोग मारे गए हैं। इजरायली सेना ने हथियार संयंत्रों के पास रहने वाले ईरानियों को वहां से निकलने की चेतावनी दी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान में हुए हमलों में वाशिंगटन का कोई हाथ नहीं है। हालांकि, तेहरान ने इजरायली हमले में अमेरिका का हाथ होने का आरोप लगाया है और रविवार को ओमान में होने वाली परमाणु वार्ता रद्द कर दी है।

ट्रंप ने तेहरान को अमेरिकी संयंत्रों या हितों पर किसी भी जवाबी हमले के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "अगर ईरान द्वारा हम पर किसी भी तरह से हमला किया जाता है, तो अमेरिकी सशस्त्र बल पूरी ताकत के साथ प्रतिकार करेंगे, जो पहले कभी नहीं देखी गई। हालांकि, ईरान और इजरायल के बीच आसानी से एक समझौता हो सकता है और हम इस खूनी संघर्ष को समाप्त कर सकते हैं।"

Point of View

जिसमें राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य कारक शामिल हैं। हमें उम्मीद करनी चाहिए कि दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ और अधिक हमले करने से बचेंगे।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

क्या हाइफा पोर्ट पर कोई नुकसान हुआ है?
नहीं, हाइफा पोर्ट पर ईरानी मिसाइल हमले का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
ईरान के हमलों का इजरायल पर क्या असर है?
ईरानी हमलों के बावजूद इजरायल का हाइफा पोर्ट सामान्य रूप से संचालित हो रहा है।
क्या अमेरिका इस संघर्ष में शामिल है?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस संघर्ष में अमेरिका के किसी भी शामिल होने से इनकार किया है।