क्या इजरायल-ईरान के बीच युद्ध मानवता के लिए ठीक है?: उदित राज

सारांश
Key Takeaways
- शांति का महत्व समझें।
- युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है।
- बातचीत से समाधान संभव है।
- नागरिकों की सुरक्षा हर देश की जिम्मेदारी है।
- धार्मिक ध्रुवीकरण से बचें।
नई दिल्ली, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति से तनाव को कम करने और शांति की अपील की है। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज ने सोमवार को कहा कि इजरायल और ईरान के बीच युद्ध मानवता के लिए सही नहीं है। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है।
उदित राज ने कहा कि इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष को बातचीत से ही हल किया जा सकता है, क्योंकि युद्ध से शांति नहीं मिल सकती। जिस तरह से इजरायल और ईरान के बीच युद्ध चल रहा है, यह मानवता के लिए ठीक नहीं है। इसके साथ ही, ईरान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के बारे में उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा हर देश की सरकार की जिम्मेदारी होती है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, "मैं धार्मिक ध्रुवीकरण के विचार से सहमत नहीं हूं। मूल्यांकन इस आधार पर किया जाना चाहिए कि क्या वैध है और क्या नहीं। इस्लामिक देशों में ऐसा कहकर वे क्या संदेश देना चाहते हैं? यह धार्मिक ध्रुवीकरण है। हर देश की अपनी परिस्थितियां और हित होते हैं और वे अलग रुख अपनाते हैं।"
उन्होंने कहा कि अगर इस्लामिक आधार पर ध्रुवीकरण हुआ, तो पूरी दुनिया इस तरह से विभाजित हो जाएगी, जो नहीं होना चाहिए। क्या सही है और क्या गलत, इसका आकलन किया जाना चाहिए और यह चल रहा युद्ध गलत है। शांति के लिए प्रयास किए जाने चाहिए।
दरअसल, नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख ने रविवार को मुस्लिम देशों की चुप्पी पर निराशा जताते हुए कहा था कि अगर वे अब नहीं जागे, तो अगला निशाना वही होंगे।
उदित राज ने भारत की कूटनीति को लेकर भी कई सवाल उठाए। साथ ही, जांच एजेंसियों पर सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट के दौरान एजेंसियां क्या कर रही थीं? उन्हें पड़ोसी देश में चल रही गतिविधियों की जानकारी होनी चाहिए।