क्या राजद-कांग्रेस वाले हिंदुओं को नकार देंगे?
सारांश
Key Takeaways
- योगी आदित्यनाथ ने बिहार की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की।
- राजद और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए गए।
- बिहार में विकास की स्थिति में सुधार हुआ है।
- भाजपा ने चुनावी रणनीति के तहत राम मंदिर का मुद्दा उठाया है।
- हिंदुओं की पहचान को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
गया, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2005 से पहले बिहार में अपराध, जातीय संघर्ष, माओवाद और नक्सलवाद का बोलबाला था। यूपी-बिहार के नाम पर देश-दुनिया में सम्मान नहीं मिलता था। लालू प्रसाद यादव के शासन में बिहार में 60 से अधिक जातीय नरसंहार और 30,000 से अधिक अपहरण हुए। व्यापारी, डॉक्टर, इंजीनियर, और संभ्रांत लोग सुरक्षित नहीं थे। बिहार की 30-40 फीसदी जनसंख्या गोरखपुर और वाराणसी में बसती है, क्योंकि उस समय जंगलराज था। लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में 20 वर्षों में सुशासन की मजबूत नींव रखी गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के सिलसिले में वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी बीरेंद्र सिंह के समर्थन में रैली की। उन्होंने भाजपा के विकास कार्यों को गिनाते हुए राजद-कांग्रेस गठबंधन पर जोरदार हमला किया।
सीएम योगी ने गया को ज्ञान, मुक्ति और अध्यात्म की भूमि बताते हुए यहां की ऐतिहासिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गया की धरती बहुत पवित्र है, और सनातन धर्म की परंपरा के अनुसार स्वर्ग लोक के पितर भी इसी धरती पर तृप्त होते हैं।
उन्होंने कहा, "हर सच्चा भारतीय राम को अपने पूर्वज मानता है। जब कांग्रेस, सपा, और राजद राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, तब भी रामभक्त नारे लगाते थे कि 'रामलला हम आएंगे, लाठी-गोली खाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे।' सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस ने कहा था कि राम हुए ही नहीं, जैसे कि लगता है केवल कांग्रेस का खानदान ही पैदा हुआ है।"
सीएम ने कहा, "ये लोग राम-कृष्ण और विष्णु को नकारने लगते हैं। ये हिंदुओं को नकार देंगे, इसलिए हमें भी इन्हें नकार देना चाहिए। राजद ने राम मंदिर के रथ को रोका था। सपा ने रामभक्तों पर गोली चलाई और अयोध्या को लहुलूहान कर दिया। यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद हमने संकल्प पूरा किया। अयोध्या में भव्य राम मंदिर और काशी में काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण हो चुका है। मथुरा-वृंदावन में कार्य चल रहा है। हम हर तीर्थ को सजा रहे हैं।"
सीएम योगी ने कहा कि आज बिहार में एनआईटी, आईआईएम, एम्स, इंजीनियरिंग कॉलेज, और मेडिकल कॉलेज की लंबी श्रृंखला है। बिहार का युवा अब दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहा है और राज्य के विकास में योगदान दे रहा है। मोदी सरकार ने 11 वर्षों में विकास और विरासत का सम्मान किया है।
सीएम ने केंद्र सरकार की विकास योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद झूठे वायदे कर रहे हैं। पहले ये लोग पशुओं का चारा खा रहे थे, अब गरीबों का राशन खा जाएंगे। उन्होंने अपील की कि कांग्रेस-राजद की घोषणाओं पर विश्वास न करें, क्योंकि जो राम का नहीं है, वह हमारे किसी काम का नहीं। जो 'रामद्रोही' है, वह हमारा भी विरोधी है।
सीएम योगी ने कहा कि जिस बिहार ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, और जननायक कर्पूरी ठाकुर को जन्म दिया, वह पहचान के लिए क्यों मोहताज हुआ? पहले कांग्रेस और फिर राजद ने बिहार को लूटा, नौजवानों के रोजगार छीने, और किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
सीएम ने कहा कि राजद और कांग्रेस की पार्टनर यूपी में समाजवादी पार्टी है। लखनऊ में सपा सरकार के समय एक माफिया ने गरीबों और सरकारी जमीन पर चार किलेनुमे मकान बना डाले थे। जब हमारी सरकार बनी, तो हमने बुलडोजर की कार्रवाई की और उस जमीन को प्लेन कर गरीबों के आवास बनाए।
सीएम ने कहा, "हमने फैजाबाद का नाम अयोध्या किया, क्योंकि अयोध्या ही पौराणिक नाम था। गंगा-यमुना का संगम जहां होता है, उसका नाम प्रयागराज था। मुगलकाल में इसे इलाहाबाद कर दिया गया था, हमने फिर से प्रयागराज कर दिया।"