क्या लोगों को देखना चाहिए कि पाकिस्तान का दम किस तरह से निकला है? : शहजाद पूनावाला

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान की स्थिति गंभीर है।
- भारत की सेना की कार्रवाई प्रभावी रही है।
- कांग्रेस पर आरोप हैं कि वे राष्ट्रहित से दूर हैं।
- कर्नाटक की कांग्रेस सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।
- आरजेडी और कांग्रेस का संविधान के प्रति असम्मान रहा है।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने शुक्रवार को कहा कि जिन लोगों को भारत के डीजीएमओ, विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री पर कम भरोसा है, उन्हें यह देखना चाहिए कि किस तरह से पाकिस्तान का दम निकल गया है।
पूनावाला ने ये टिप्पणियां ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए की। उन्होंने कहा कि जो लोग ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं या प्रधानमंत्री की भूमिका पर शक कर रहे हैं, उन्हें एक बार पाकिस्तान की वर्तमान स्थिति पर भी ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने खुद यह स्वीकार किया है कि भारतीय सेना ने उनके देश में तबाही मचाई है।
पूनावाला ने कहा कि भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने मदद के लिए केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि सऊदी अरब का भी रुख किया, लेकिन वहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। यह स्पष्ट है कि अमेरिका की इस मामले में कोई भूमिका नहीं थी।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने वैश्विक मंच पर गुहार लगाई थी कि कोई तो भारत को रोक ले। इसके बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हमने न तो सीजफायर किया, न सरेंडर किया।
इसके अलावा, पूनावाला ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि यह कोई संकोच नहीं है कि कांग्रेस अब आधुनिक समय की मुस्लिम लीग बन गई है।
उन्होंने कर्नाटक के चिन्नास्वामी स्टेडियम में मची भगदड़ पर भी चर्चा की और कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।
पूनावाला ने लालू प्रसाद यादव और राहुल गांधी पर बाबासाहेब आंबेडकर और संविधान का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस का इतिहास संविधान के प्रति असम्मान का रहा है।
पूनावाला ने तेजस्वी यादव पर सवाल उठाते हुए कहा कि सामाजिक न्याय की बात करने वाले इस मामले में चुप क्यों हैं?
इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी का योगदान बिहार को जंगल राज से सुशासन की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण है।