क्या चेन्नई: एमटीसी 12 नए ब्रेकडाउन रिकवरी वाहनों को खरीदेगा, पुराने वाहनों को रिटायर करेगा?

Click to start listening
क्या चेन्नई: एमटीसी 12 नए ब्रेकडाउन रिकवरी वाहनों को खरीदेगा, पुराने वाहनों को रिटायर करेगा?

सारांश

चेन्नई में एमटीसी ने अपने 15 साल पुराने वाहनों को बदलने के लिए 12 नए ब्रेकडाउन रिकवरी वाहनों की खरीद का निर्णय लिया है। यह कदम सरकारी दिशा-निर्देशों के तहत उठाया गया है, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवा मिलेगी। जानिए इस निर्णय का असर क्या होगा!

Key Takeaways

  • एमटीसी द्वारा 12 नए ब्रेकडाउन रिकवरी वाहनों की खरीद का निर्णय।
  • पुराने ट्रकों को सरकारी निर्देश के तहत हटाया जाएगा।
  • नए वाहनों से यातायात में सुधार की उम्मीद है।
  • प्रत्येक हल्के मोटर वाहन की लागत लगभग 13.5 लाख रुपये
  • यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कदम।

चेन्नई, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एमटीसी) ने अपने 15 साल पुराने मोबाइल मेंटेनेंस ट्रकों को प्रतिस्थापित करने के लिए 12 नए ब्रेकडाउन रिकवरी वाहनों की खरीद का निर्णय लिया है। यह कदम सरकारी निर्देश के तहत उठाया गया है, जिसमें सितंबर तक 15 साल से पुराने सार्वजनिक सेवा वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का आदेश दिया गया है।

नए वाहनों का उद्देश्य बसों की खराबी को जल्दी से ठीक करना और यात्रियों की सुविधा में वृद्धि करना है। वर्तमान में, एमटीसी के पास 12 मोबाइल ब्रेकडाउन ट्रक हैं, जो चेन्नई के विभिन्न प्रमुख स्थानों जैसे अन्ना सलाई, कामराजर सलाई और पूनमल्ली हाई रोड पर तैनात हैं।

इन ट्रकों में प्रशिक्षित ड्राइवर और तकनीकी कर्मचारी होते हैं, जो बसों में यांत्रिक खराबी, टायर पंक्चर या किसी दुर्घटना के समय त्वरित सहायता प्रदान करते हैं। एमटीसी की 3,233 बसें प्रतिदिन 33 लाख से अधिक यात्रियों को सेवा देती हैं। इस प्रकार, ब्रेकडाउन वाहनों की भूमिका निर्बाध सेवा और त्वरित आपातकालीन सहायता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण है।

नए प्रस्ताव के अनुसार, एमटीसी पुराने ट्रकों को 10 हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) और 2 हेवी-ड्यूटी रिकवरी वैन से बदलेगा। ये नए वाहन बंद कंटेनर बॉडी से लैस होंगे, जिससे रखरखाव कार्य अधिक कुशलता से किया जा सकेगा। इससे बसों की मरम्मत में समय की बचत होगी और सड़क पर यातायात में रुकावट भी कम होगी। सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) के माध्यम से वाहनों के विनिर्देश तय किए गए हैं।

प्रत्येक एलएमवी की लागत लगभग 13.5 लाख रुपये और प्रत्येक हेवी रिकवरी वैन की कीमत करीब 48 लाख रुपये होगी। कुल मिलाकर, नए बेड़े की लागत 2.31 करोड़ रुपये अनुमानित है। एमटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "नए वाहनों का उद्देश्य बसों के खराब होने से होने वाली देरी को कम करना और यातायात जाम से बचाना है। इससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा और रखरखाव में समय भी कम लगेगा।"

हालांकि, उन्होंने कहा कि यदि सरकार पुराने वाहनों के उपयोग की समय सीमा एक साल बढ़ा देती है, तो खरीद प्रक्रिया को टाला जा सकता है। यह कदम एमटीसी के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने और यात्रियों की सुविधा में वृद्धि करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। चेन्नई में बढ़ते यातायात दबाव के बीच, बसों की खराबी को जल्दी ठीक करना यातायात प्रवाह और सार्वजनिक परिवहन के प्रति यात्रियों के भरोसे को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

Point of View

जो सरकारी निर्देशों के पालन में आवश्यक है। इस प्रकार के प्रयासों से सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को अधिक प्रभावी और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाया जा रहा है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

एमटीसी ने नए ब्रेकडाउन रिकवरी वाहनों की खरीद क्यों की?
एमटीसी ने अपने 15 साल पुराने मोबाइल मेंटेनेंस ट्रकों को बदलने के लिए नए ब्रेकडाउन रिकवरी वाहनों की खरीद का निर्णय लिया है, ताकि बसों की खराबी को तेजी से ठीक किया जा सके।
नए वाहनों की लागत क्या है?
प्रत्येक हल्के मोटर वाहन की लागत लगभग 13.5 लाख रुपये और प्रत्येक हेवी रिकवरी वैन की कीमत करीब 48 लाख रुपये होगी।
नए वाहनों का उद्देश्य क्या है?
नए वाहनों का उद्देश्य बसों के खराब होने से होने वाली देरी को कम करना और यात्रियों की सुविधा बढ़ाना है।
क्या पुरानी वाहनों की खरीद प्रक्रिया टाली जा सकती है?
यदि सरकार पुराने वाहनों के उपयोग की समय सीमा एक साल बढ़ा देती है, तो खरीद प्रक्रिया को टाला जा सकता है।
एमटीसी के वर्तमान में कितने ब्रेकडाउन ट्रक हैं?
फिलहाल, एमटीसी के पास 12 मोबाइल ब्रेकडाउन ट्रक हैं।