क्या नीतीश के पोस्टर पर जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा-टाइगर जिंदा है, 14 नवंबर को बनेगी एनडीए सरकार?
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार का गठन होने की संभावना है।
- जदयू नेता राजीव रंजन ने चुनाव आयोग की प्रशंसा की।
- विपक्ष के आरोपों का जवाब न देने का निर्णय लिया गया है।
पटना, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा की २४३ सीटों पर दो चरणों में हुए मतदान का परिणाम १४ नवंबर को घोषित किया जाएगा। पटना की सड़कों पर जदयू कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर लगाए हैं, जिन पर लिखा गया है कि टाइगर अभी जिंदा है।
जदयू नेता राजीव रंजन ने कहा कि निश्चित रूप से टाइगर जिंदा है और १४ नवंबर को एनडीए भारी बहुमत के साथ सरकार बना रहा है। राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि जनता ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगली एनडीए सरकार के गठन के लिए अपना समर्थन दिया है। यह एक या दो सर्वेक्षण एजेंसियों के रुझानों पर आधारित नहीं है। पारंपरिक तरीकों के आधार पर, हमारे कार्यकर्ताओं से लगातार फीडबैक के माध्यम से—चाहे वे हमारी पार्टी के हों या सहयोगी दलों के, हम संकेत देख रहे हैं कि परिणाम २०१० के आसपास या उससे भी बेहतर हो सकते हैं।
इसलिए हम एक बार फिर नीतीश सरकार के गठन को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा कि एक बार फिर नीतीश सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि टाइगर जिंदा है और विपक्ष के आरोपों का जवाब देने की जरूरत नहीं पड़ी। बिखरा हुआ विपक्ष मुकाबले में कहीं नहीं दिखेगा और उसे संभलने में समय लगेगा।
जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन ने कहा कि चुनाव आयोग ने बिहार में उल्लेखनीय काम किया है। विपक्ष द्वारा उठाए गए तमाम सवालों के बावजूद निष्पक्ष चुनाव कराना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। किसी भी मतदान केंद्र पर कोई अनियमितता नहीं हुई। एक बात साफ है कि बार-बार जो आरोप लगाए जाते हैं, इससे अच्छा है कि विपक्ष अपनी कमियों को खोजे। आत्ममंथन का विषय होना चाहिए। ध्यान भटकाने के लिए झूठे आरोप नहीं लगाने चाहिए।
एसआईआर का जिक्र करते हुए राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में एसआईआर के उत्साहपूर्ण नतीजों के बाद देश में दूसरे चरण की एसआईआर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की प्रक्रिया में अवैध मतदाता नहीं होना चाहिए।
दिल्ली ब्लास्ट पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पूरे मामले में त्वरित कार्रवाई की। देश के अनेक राज्यों में पूरे घटनाक्रम से तार जुड़े मिले हैं। कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और लगातार खुलासे हो रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय संपर्क की बात भी सामने आ रही है।
राजीव रंजन ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में हमले की तैयारी की गई थी। सरकार ने इस पूरे प्रकरण को तार्किक समाधान तक पहुंचाने और इससे जुड़े दोषियों तक पहुंचने की ईमानदारी से कोशिश की है।
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बयान पर उन्होंने कहा कि वरिष्ठ राजनेताओं को ऐसे बयानों से इस घटनाक्रम को सियासत से प्रेरित बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। दरअसल पी. चिदंबरम ने एक्स हैंडल पर लिखा था कि आतंकवादी दो तरह के होते हैं—विदेश से प्रशिक्षित घुसपैठिए आतंकवादी और घरेलू आतंकवादी। ऐसी कौन सी परिस्थितियां हैं जो पढ़े-लिखे लोगों को भी आतंकवादी बना देती हैं?