क्या पीएम मोदी ने जेडी वेंस से पाकिस्तानी हमले का कड़ा जवाब देने की बात की थी? ट्रंप से बातचीत में हुआ जिक्र

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क्या पीएम मोदी ने जेडी वेंस से पाकिस्तानी हमले का कड़ा जवाब देने की बात की थी? ट्रंप से बातचीत में हुआ जिक्र

सारांश

क्या पीएम मोदी ने जेडी वेंस से बातचीत में पाकिस्तान के हमले का कड़ा जवाब देने का आश्वासन दिया? जानिए इस महत्वपूर्ण टेलीफोन वार्ता के पीछे की कहानी और भारत की स्थिति को समझने के लिए ट्रंप के साथ संवाद का महत्व।

Key Takeaways

  • भारत ने कभी भी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है।
  • ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी और ट्रंप के बीच यह पहली बातचीत थी।
  • भारत की सुरक्षा नीति स्पष्ट है और विक्रम मिस्री ने इसे सही रूप से प्रस्तुत किया।

नई दिल्ली, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत हुई। लगभग 35 मिनट की इस बातचीत में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का उल्लेख भी किया गया। पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के समय उन्होंने जेडी वेंस से कहा था कि पाकिस्तान जितना बड़ा हमला करेगा, भारत उससे भी बड़ा जवाब देगा। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बुधवार को इस बातचीत की जानकारी दी।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, जब पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप बातचीत कर रहे थे, उस दौरान प्रधानमंत्री ने बताया कि 9 मई की रात जेडी वेंस ने फोन किया था और कहा कि पाकिस्तान भारत पर बड़ा हमला कर सकता है। पीएम मोदी ने उन्हें स्पष्ट रूप से बताया कि यदि ऐसा होता है, तो भारत पाकिस्तान को उससे भी बड़ा जवाब देगा।

पीएम मोदी ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर पर सहमति के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता करने के दावों को भी खारिज किया। विक्रम मिस्री ने बताया, "पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्पष्ट रूप से कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कभी भी, किसी भी स्तर पर भारत-अमेरिका ट्रेड डील या भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता जैसे विषयों पर बात नहीं हुई थी। सैन्य कार्रवाई रोकने की बात सीधे भारत और पाकिस्तान के बीच हुई थी। वो भी पाकिस्तान के आग्रह पर हुई थी।"

विदेश सचिव के मुताबिक, 35 मिनट की बातचीत में पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत ने न कभी मध्यस्थता स्वीकार की, न करता है और न ही कभी करेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी की ओर से विस्तार में बताई गई बातों को समझा और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति समर्थन व्यक्त किया।

विक्रम मिस्री ने बताया कि पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात कनाडा में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान होनी थी, लेकिन ट्रंप को जल्दी वापस अमेरिका लौटना पड़ा, जिसके कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप के आग्रह पर दोनों नेताओं ने फोन पर लगभग 35 मिनट तक बात की। ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच यह पहली बातचीत हुई।

Point of View

यह कहना उचित है कि भारत की सुरक्षा नीति हमेशा से स्पष्ट रही है। पीएम मोदी ने ट्रंप के साथ की गई बातचीत में जो बातें उठाई हैं, वे भारत की दृढ़ता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक हैं। भारत कूटनीतिक रूप से मजबूत रहना चाहता है और किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

पीएम मोदी और ट्रंप के बीच बातचीत का क्या महत्व है?
यह बातचीत भारत और अमेरिका के बीच के रिश्तों को मजबूत करने का एक अवसर है, साथ ही पाकिस्तान के संभावित हमलों के प्रति भारत की सुरक्षा रणनीति को भी स्पष्ट करता है।
जेडी वेंस का इस बातचीत में क्या रोल था?
जेडी वेंस ने पीएम मोदी को पाकिस्तान के हमले की चेतावनी दी, जिसके बाद मोदी ने जवाबी कार्रवाई की अपनी योजना साझा की।