क्या पीओके पर तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप संभव है? : मनजिंदर सिंह सिरसा

सारांश
Key Takeaways
- पीओके पर किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं होगा।
- PM मोदी ने 'नेशन फर्स्ट' सिद्धांत पर जोर दिया।
- भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
- कांग्रेस की विदेश नीति पर सवाल उठाए गए हैं।
- ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ जारी रहेगा।
नई दिल्ली, १८ जून (राष्ट्र प्रेस)। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई ३५ मिनट की बातचीत पर दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि पीएम मोदी ने स्पष्ट किया है कि पीओके और पाकिस्तान के मामलों में किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप नहीं हो सकता।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत के दौरान यह स्पष्ट किया है, जैसा कि उन्होंने देश में बार-बार बताया है, कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) जैसे मामलों में कोई भी तीसरा पक्ष या विदेशी हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में आज भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और वह 'नेशन फर्स्ट' के सिद्धांत को महत्व देते हैं।
'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में सिरसा ने कहा कि पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को यह भी बताया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' जारी है। पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमले को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और तत्काल कार्रवाई की जाएगी। भारत-पाक सीजफायर में किसी तीसरे की मध्यस्थता का कोई प्रश्न ही नहीं है। पीएम मोदी और ट्रंप की बातचीत ने विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ को उजागर कर दिया है। मैं मानता हूं कि यह देश के १४० करोड़ लोगों की जीत है। भारत में एक मजबूत सरकार है।
सिरसा ने आगे कहा कि कांग्रेस पूरी तरह हताश हो चुकी है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी विदेशी नीति पर बात करते हैं, लेकिन पहले उन्हें इस विषय की समझ होनी चाहिए। वह तो सोशल मीडिया पर वही लिखते हैं, जो उन्हें पर्ची में दिया जाता है। उसमें भी कई बार गलतियां कर देते हैं। वह चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं और तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। भारत और कनाडा के संबंध पर सिरसा ने कहा कि पीएम मोदी के दृढ़ नेतृत्व में भारत-कनाडा संबंध बेहतर की ओर बढ़ रहे हैं।