क्या पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- सत्यपाल मलिक का निधन 5 अगस्त को हुआ।
- उन्होंने कई राज्यों में राज्यपाल का पद संभाला।
- उनकी बेबाकी और जनहित के प्रति समर्पण प्रशंसा का विषय रहे।
- राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई।
नई दिल्ली, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत के राजनेता और पूर्व राज्यपाल चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक का मंगलवार को निधन हो गया। वे लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
सत्यपाल मलिक के निधन की सूचना उनके आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की गई। पोस्ट में लिखा गया, "पूर्व गवर्नर चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक का निधन हो गया।"
जानकारी के अनुसार, सत्यपाल मलिक पिछले कई महीनों से स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त थे। उन्हें आरएलएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाज किया जा रहा था। लेकिन सभी प्रयासों के बावजूद उनका निधन हो गया।
चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक मेघालय, गोवा, बिहार और जम्मू-कश्मीर जैसे कई राज्यों के राज्यपाल रह चुके थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के अंतिम पूर्णकालिक राज्यपाल के रूप में कार्य किया। वे अपनी स्पष्टवादी और बेबाक बयानों के लिए जाने जाते थे।
सत्यपाल मलिक के निधन की खबर फैलते ही राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई। कई प्रमुख नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।
हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सत्यपाल मलिक के निधन पर दुःख जताते हुए लिखा, "पूर्व राज्यपाल एवं वरिष्ठ जननेता सत्यपाल मलिक का निधन अत्यंत दुःखद है। वे हमेशा जनहित की बात निर्भीकता से करते रहे। जननायक जनता पार्टी उनके बेबाक राजनीति, किसान हितैषी सोच और सार्वजनिक जीवन में सादगी को नमन करती है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।"