क्या अमृतसर में नशा तस्कर की अवैध संपत्ति पर चला बुलडोजर?

सारांश
Key Takeaways
- नशा तस्कर की अवैध संपत्ति को गिराने के लिए कार्रवाई की गई है।
- पंजाब सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति लागू है।
- स्थानीय समुदाय ने इस कदम का समर्थन किया है।
- भविष्य में भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
- नशे के खिलाफ सामाजिक जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
अमृतसर, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब सरकार के 'नशे के विरुद्ध युद्ध' अभियान के अंतर्गत अमृतसर पुलिस ने एक नशा तस्कर के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की। अमृतसर के गुरु की वडाली क्षेत्र में दो सगे भाइयों के निवास को नष्ट कर दिया गया, जो नशे के अवैध व्यापार में संलग्न थे।
ड्रग तस्कर राम सिंह उर्फ लड्डू की संपत्ति पर नगर निगम द्वारा बुलडोजर चलाया गया। राम सिंह के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत तीन मामले दर्ज हैं और उसे लुधियाना और थाना छेहरटा में भगोड़ा घोषित किया गया है। वहीं, उसके भाई गुरप्रीत सिंह के खिलाफ भी एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज है और वह वर्तमान में फरार है।
इस कार्रवाई के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर आलम विजय सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की नशे के खिलाफ मुहिम के तहत गुरु की वडाली में राम सिंह उर्फ लड्डू और उसके भाई गुरप्रीत सिंह की अवैध संपत्ति को गिराने का निर्णय लिया गया।
डीसीपी आलम विजय सिंह ने बताया कि पुलिस और नगर निगम को जानकारी मिली थी कि राम सिंह और उसके परिवार ने ड्रग मनी से अवैध संपत्ति खड़ी की थी। पुलिस ने बताया कि 2019 से राम सिंह के खिलाफ मामले चल रहे हैं, लेकिन वह अब तक फरार है और उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जो भी व्यक्ति नशा तस्करी या इससे संबंधित गतिविधियों में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मुहिम भविष्य में भी लगातार जारी रहेगी।
अमृतसर पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा और नशा तस्करी के खिलाफ और सख्त कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई की सराहना की है, लेकिन साथ ही उन्होंने मांग की है कि नशा तस्करी के बड़े सरगनाओं को भी पकड़ा जाए।
पंजाब सरकार ने नशाखोरी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत इस तरह की कार्रवाइयों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे अभियान में सहयोग करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें।