क्या रायबरेली में कांग्रेस का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिला?

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क्या रायबरेली में कांग्रेस का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिला?

सारांश

रायबरेली में दलित युवक की हत्या के बाद कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिला। पार्टी ने मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की है। क्या यह मामला राजनीतिक संघर्ष का नया मोड़ लेगा? जानिए पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की।
  • एक करोड़ रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की गई।
  • कांग्रेस का आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय नहीं मिल जाता।

रायबरेली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक दलित युवक की हत्या के मामले में राजनीतिक हलचल तेजी से बढ़ रही है। कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर, एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को फतेहपुर पहुंचा और मृतक युवक के परिवार से मुलाकात की।

इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, सांसद तनुज पुनिया और तेलंगाना के कैबिनेट मंत्री विवेक वेंकटस्वामी शामिल थे।

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने शोक संतप्त परिवार से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

पार्टी ने मांग की है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराई जाए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस मामले की पूरी रिपोर्ट तैयार कर राहुल गांधी को सौंपी जाएगी, जिसके बाद आगे की रणनीति निर्धारित की जाएगी।

कांग्रेस नेताओं ने सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में दलितों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं और राज्य सरकार के संरक्षण में ऐसी घटनाएं हो रही हैं।

उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश आज दलित उत्पीड़न के मामलों में पहले स्थान पर पहुंच गया है। राज्य में कानून का नहीं, बल्कि जंगलराज का शासन चल रहा है। सरकार दलितों को न्याय देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।”

पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि राहुल गांधी ने घटना की जानकारी मिलते ही गहरी चिंता व्यक्त की। गौतम ने कहा, “राहुल गांधी इस समय देश से बाहर हैं, लेकिन जब उन्हें घटना की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत फोन कर कहा कि इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। किसी को भी कानून और संविधान से ऊपर नहीं माना जा सकता। उन्होंने मुझे निर्देश दिया कि पूरी कमेटी के साथ वहां जाकर परिवार की हर संभव मदद की जाए।”

कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा। यह केवल एक परिवार की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश के संविधान, दलित अस्मिता और सामाजिक न्याय की लड़ाई है।

Point of View

जो राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह घटना न केवल पीड़ित परिवार के लिए दुखद है, बल्कि समस्त दलित समुदाय के लिए एक चेतावनी है कि सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष जारी रहना चाहिए।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

कांग्रेस पार्टी ने पीड़ित परिवार को क्या आश्वासन दिया?
कांग्रेस पार्टी ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है और एक करोड़ रुपए का मुआवजा तथा सरकारी नौकरी की मांग की है।
इस मामले में कांग्रेस पार्टी की क्या रणनीति है?
कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि इस मामले की पूरी रिपोर्ट तैयार कर राहुल गांधी को सौंपी जाएगी और उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
क्या कांग्रेस पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा?
जी हां, कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता तब तक पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा।