क्या आरएलडी नेता मलूक नागर ने पुणे पुल हादसे को दुखद बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की?

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क्या आरएलडी नेता मलूक नागर ने पुणे पुल हादसे को दुखद बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की?

सारांश

पुणे में पुल ढहने के मामले में आरएलडी नेता मलूक नागर ने गंभीरता से जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। इस हादसे में चार लोगों की जान गई है। जानें इस पर मलूक नागर का क्या कहना है और सरकार की प्रतिक्रिया क्या है।

Key Takeaways

  • पुणे में पुल का ढहना गंभीर चिंता का विषय है।
  • सरकार ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
  • इस घटना ने सुरक्षा मानकों की जांच की आवश्यकता को उजागर किया है।
  • मलूक नागर ने सरकार की संवेदनशीलता की प्रशंसा की।
  • पुल की एक्सपायरी डेट के बारे में बताया गया।

नई दिल्ली, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। पुणे जिले में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बना पुल अचानक ढह गया। इस भयानक हादसे में चार लोगों की जान चली गई। राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के नेता मलूक नागर ने इस घटना को बेहद दुखद बताया। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले के प्रति संवेदनशील है, और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सोमवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान आरएलडी नेता मलूक नागर ने कहा, "पुणे में पुल का ढहना सच में बहुत दुखद है। पुल की एक्सपायरी डेट घोषित हो चुकी थी, किसी को भी वहां नहीं जाना चाहिए था। कई सवाल उठते हैं, जैसे कि पुल पर बैरिकेड क्यों नहीं लगाए गए थे, और उस समय कोई ऐसा व्यक्ति क्यों नहीं था जो लोगों को जाने से रोकता। इन सभी पहलुओं पर जांच चल रही है। सरकार इस मामले में बहुत संवेदनशील है, और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर विपक्ष के आरोपों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। एक विदेशी टीम के साथ भारतीय टीम भी इस मामले पर काम कर रही है। विमान में ईंधन डालने से लेकर उड़ान तक की पूरी जांच की जाएगी, और हर खामी पर ध्यान दिया जाएगा। यह एक स्टडी केस होगा।

उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर क्रैश पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं कोई डील जरूर हो रही है। इस मामले को लेकर सरकार बहुत संवेदनशील है और हर मुद्दे पर बारीकी से काम चल रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साइप्रस दौरे पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान को बेनकाब करने जा रहे हैं। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया है। इस हमले में पाकिस्तान के एयरबेस और डिफेंस सिस्टम को भी नष्ट किया गया है। पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए विदेशों में डेलिगेशन भेजे गए हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन मुद्दों को दुनिया के सामने पेश करेंगे।

कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में मुंबई में 26/11 का हमला हुआ, तब वह चुप रही थी। कांग्रेस ने पाकिस्तान को आर्थिक मदद भी दी थी।

भारत की अर्थव्यवस्था के बारे में उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया की चौथी आर्थिकी बन चुका है। 2004-14 के बीच तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि 2040 तक हम चौथे स्थान पर आएंगे, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में हम इतनी जल्दी चौथे स्थान पर पहुँच गए हैं। भारत का लक्ष्य यह है कि पाकिस्तान के मंसूबों को बेनकाब किया जाए और यह बताया जाए कि पाकिस्तान उग्रवाद को बढ़ावा देता है।

Point of View

यह महत्वपूर्ण है कि हम इस त्रासदी को सही तरीके से समझें। यह हादसा न केवल एक स्थानीय घटना है, बल्कि यह हमारी सुरक्षा प्रणाली की कमजोरियों को भी उजागर करता है। सरकार को इस पर सख्ती से कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

पुणे में पुल हादसा कब हुआ?
यह हादसा 16 जून को हुआ था।
इस पुल हादसे में कितने लोग मारे गए?
इस हादसे में चार लोगों की जान गई।
आरएलडी नेता मलूक नागर का इस हादसे पर क्या कहना है?
उन्होंने इसे दुखद बताया और कहा कि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
क्या सरकार इस मामले में कार्रवाई करेगी?
मलूक नागर के अनुसार, सरकार इस मामले में बहुत संवेदनशील है और कार्रवाई करेगी।
क्या इस हादसे की जांच चल रही है?
हाँ, इस हादसे की विभिन्न पहलुओं पर जांच चल रही है।