तनाव और चिंता से राहत पाने के लिए क्या अपनाएं ये सरल योगासन?

सारांश
Key Takeaways
- सुखासन मानसिक शांति के लिए लाभकारी है।
- बालासन से शरीर को आराम मिलता है।
- शलभासन से मानसिक थकान दूर होती है।
- पश्चिमोत्तानासन मानसिक स्पष्टता को बढ़ाता है।
- वीरासन तनाव को कम करता है।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आज की व्यस्त जीवनशैली में तनाव और चिंता एक सामान्य समस्या बन चुकी है। आयुर्वेद और आयुष्मान मंत्रालय के अनुसार, योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि मानसिक शांति और एकाग्रता को भी बढ़ावा देता है।
योगासन के माध्यम से तनाव को कम करने और मन को शांत करने में सहायता मिलती है। ये आसन सरल, प्रभावी और सभी के लिए उपयुक्त हैं।
1. सुखासन: इसे आसान मुद्रा भी कहा जाता है, यह मन को शांत करने का एक सरल तरीका है। इसमें आराम से पालथी मारकर बैठें, आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। अब अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। आयुर्वेद के अनुसार, यह आसन तनाव को कम करता है, एकाग्रता बढ़ाता है और मन को स्थिरता प्रदान करता है। इसे रोजाना 5-10 मिनट करने से मानसिक शांति मिलती है।
2. बालासन: इसे शिशु मुद्रा भी कहा जाता है। इस आसन में घुटनों के बल बैठने के बाद शरीर को आगे झुकाते हैं और फिर पेट को जांघों पर और माथे को ज़मीन पर रखते हैं। इस मुद्रा में कुछ समय बिताएं। यह आसन गर्दन, कंधों और पूरे शरीर को आराम देता है, जिससे तनाव कम होता है और नई ऊर्जा का संचार होता है।
3. शलभासन: यह आसन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और मानसिक थकान को दूर करने में सहायक है। इसे करने के लिए पेट के बल लेटकर पैरों और छाती को ऊपर उठाएं। आयुष्मान मंत्रालय के अनुसार, यह आसन चिंता को कम करके आंतरिक शांति प्रदान करता है। नियमित अभ्यास से मन और शरीर दोनों में संतुलन आता है।
4. पश्चिमोत्तानासन: यह आसन तंत्रिका तंत्र को शांत करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। यह मानसिक स्पष्टता को बढ़ाता है और सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करता है। रोजाना अभ्यास से मन शांत और संतुलित रहता है।
5. वीरासन: इसे हीरो पोज भी कहते हैं। यह जांघों और टखनों को लचीलापन देता है। इसमें बैठकर गहरी सांसों के साथ ध्यान करें। आयुर्वेद के अनुसार, यह आसन मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है।